श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में एकतरफा संघर्ष विराम के सरकार के फैसले के बाद हिंसा की वारदात तेजी से बढ़ी है. गृह मंत्रालय के मुताबिक घाटी में हिंसा की वारदातों में तिगुना इजाफा हुआ है. एनडीटीवी के पास गृह मंत्रालय के आंकड़े हैं जिससे साबित होता है कि एकतरफा युद्धविराम के दौरान हिंसक घटनाएं बढ़ी हैं. 16 मई से केंद्र की ओर से लागू किए गए युद्धविराम की घोषणा के बाद से कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. वहीं 8 मई से 15 मई के बीच 4 घटनाएं सामने आई थीं.
The government’s decision to unilaterally unilateral ceasefire, a huge increase in violence
सीजफायर की घोषणा के एक हफ्ते पहले तक कोई भी आतंकी मारे जाने की घटना सामने नहीं आई थी जबकि इसकी घोषणा के बाद 4 आतंकी मारे जा चुके हैं. वहीं एक नागरिक की भी मौत हुई है. जबकि 13 घायल हुए हैं. हालांकि इस बीच पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुई हैं. सीजफायर की घोषणा के पहले पत्थरबाजी की 44 घटनाएं हुई थीं.
जिनमें पुलवामा-6, श्रीनगर-13, शोपियां-8, अनंतनाग-2, बडगाम-2, कुपवाड़ा-4, गांदरबल-1 में एक घटना हुई है. जबकि सीजफायर की घोषणा के बाद पत्थरबाजी की 16 घटनाएं सामने आई हैं. आपको बता दें कि आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज एक इस हालात पर चर्चा के लिए ये एक उच्चस्तरीय बैठक होगी. वहीं आज सेना प्रमुख जनरल बिपिन आज कश्मीर के दौरे पर भी जा रहे हैं.