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संसद के मानसून सत्र का आज नौवां दिन है। राज्यसभा के सभापति ने सोमवार को उपसभापति के साथ दुर्व्यवहार करने वाले आठ सांसदों को संसद के पूरे सत्र से निलंबित कर दिया। इन सांसदों ने रातभर संसद परिसर में धरना दिया। सुबह उपसभापति हरिवंश उनसे मिलने के लिए पहुंचे। वे उनके लिए चाय-नाश्ता लेकर पहुंचे थे लेकिन सांसदों ने इसे लेने से इनकार कर दिया। इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने उपसभापति की तारीफ की। वहीं उपसभापति अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ एक दिन का उपवास रखेंगे। इसके अलावा विपक्ष ने निलंबित सांसदों का मुद्दा उठाते हुए उनका निलंबन रद्द करने की मांग की।
सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए
समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि सरकार ने संयम से काम लिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्यों से गलती हुई है। सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए। मैं सभी सांसदों की तरफ से माफी मांगता हूं।
आठ सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए
राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि आठ सांसदों का निलंबन वापस लिया जाए। उन्होंने कहा, ‘हमारी मांग है कि आठ सांसदों के निलंबन को वापस लिया जाए और सरकार दूसरा विधेयक लाए। जिसके तहत कोई भी निजी कंपनी एमएसपी से नीचे किसानों की उपज को न खरीद सके। जब तक हमारी ये मांगे पूरी नहीं हो जाती विपक्ष सत्र का बहिष्कार करेगा। कांग्रेस सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेगी।’
विनम्र और बड़े दिल वाले हैं हरिवंश जी: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने निलंबित सांसदों के लिए उपसभापति द्वारा चाय और नाश्ता लेकर जाने को उनकी महानता बताया और उन्हें बड़े दिल वाला करार दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से उन लोगों को चाय परोसना जिन्होंने कुछ दिन पहले उनका अपमान किया था और जो धरने पर बैठे हुए हैं। यह दिखाता है कि हरिवंश जी कितने विनम्र और बड़े दिल वाले हैं। यह उनकी महानता को दर्शाता है। मैं भारत के सभी लोगों के साथ हरिवंश जी को बधाई देता हूं। सदियों से, बिहार की महान भूमि हमें लोकतंत्र के मूल्य सिखा रही है। उस अद्भुत लोकाचार के अनुरूप, बिहार से सांसद और राज्यसभा के उप भापति हरिवंश जी का आज सुबह किया गया प्रेरक और राजनेता जैसा आचरण हर लोकतंत्र प्रेमी को गर्वित करेगा।’
एक दिन का उपवास रखेंगे उपसभापति
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश 20 सितंबर को कृषि विधेयक पारित होने के दौरान विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में उनके साथ किए गए दुर्व्यवहार के खिलाफ एक दिन का उपवास रखेंगे।