हिंडन एयरबेस पर गरजा राफेल

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TIO NEW DELHI

भारतीय वायुसेना 8 अक्टूबर को अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का गठन 8 अक्टूबर 1932 को हुआ था। भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान ने अपनी पहली उड़ान 1 अप्रैल, 1933 को भरी थी। अंग्रेजो के दौर में भारतीय वायुसेना के नाम में रॉयल शब्द जोड़ा गया था, लेकिन आजादी के 3 साल बाद यानी 1950 में इसे हटा दिया गया था, तब से इसे भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के नाम से ही जाना जाता है। इस दौरान वायुसेना अपना शक्ति प्रदर्शन करती है। इस बार का वायुसेना दिवस इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार एयरफोर्स के बेड़े में राफेल को भी शामिल किया गया है। सोशल मीडिया पर भी भारतीय वायुसेना दिवस ट्रेंड कर रहा है। लोग तरह तरह के Wishes, quotes, SMS, WhatsApp और Facebook status से एक दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं।

गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर हुए विशेष कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने संबोधित किया। उन्होंने कहा, भारतीय वायुसेना देश को आश्वस्त करती है कि भारत की अस्मिता और रक्षा के लिए हमेशा तत्पर है। इस दौरान राफेल ने भी उड़ान भरी। विंटेज विमान टाइगर मोथ ने करतब दिखाए। वायुसेना प्रमुख ने इस मौके पर कई वायुवीरों का सम्मान किया, जिनमें वो जवान भी शामिल हैं जिन्होंने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी।

Indian Air Force का गीता कनेक्शन: बहुत कम लोगों को बता है कि भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य – ‘नभ: स्पृशं दीप्तम’ यह गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है। यह महाभारत के युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का एक अंश है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, एयर फोर्स डे पर भारतीय वायुसेना के सभी वीर योद्धाओं को बहुत-बहुत बधाई। आप न सिर्फ देश के आसमान को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि आपदा के समय मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। मां भारती की रक्षा के लिए आपका साहस, शौर्य और समर्पण हर किसी को प्रेरित करने वाला है।

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आज वायु सेना दिवस की 88 वीं वरषगांठ पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मैं अपने देश के वीर सपूतों को नमन करता हूं। आज राफेल भारत के आसमान पर करतबे दिखाता नज़र आएगा। यह भारतीयों के लिए गर्व की बात है।