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अपनी आवाज से फिजा में जादू बिखेर देने वाले गायक जगजीत सिंह की आज (10 अक्तूबर) पुण्यतिथि है। जगजीत सिंह भले ही आज हमारे बीच इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी गजलों के रूप में वो हमेशा हमारे बीच मौजूद रहेंगे। जगजीत सिंह की मखमली आवाज के मुरीद यूं तो कई लोग थे। लेकिन एक शख्सियत ऐसी भी थीं जो खुद स्वर कोकिला होने के बाद भी जगजीत सिंह की आवाज की मुरीद थीं। ये शख्सियत हैं लता मंगेशकर। यहां तक कि लता मंगेशकर ने जगजीत सिंह की लाइव आवाज सुनने के लिए टिकिट तक खरीदा था।
इस बारे में खुद लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था। उन्होंने बताया था कि उन्हें जगजीत सिंह की आवाज बेहद पसंद थी। जिसे सुनने के लिए वो उनके लाइव कॉन्सर्ट्स में भी जाया करती थीं। लता मंगेशकर कहती हैं, “मुझे उनकी बहुत सी गजल पसंद हैं लेकिन सबसे ज्यादा पसंद उनकी पहली गजल, ‘सरकती जाए है रुख से नकाब आहिस्ता आहिस्ता’ है। जब भी मुझे गजल सुनने का मन होता है तो मैं उनकी यही गजल सुनती हूं।”
लता ने अपनी बात को पूरा करते हुए बताया था कि किस तरह से एक बार वो जगजीत सिंह के लाइव कॉन्सर्ट में टिकट लेकर गई थीं। लता ने बताया था, ‘कई बार मैंने जगजीत सिंह जी के शो सुने हैं। एक बार मुझे पता चला कि जगजीत सिंह जी का शो है, तो मैंने तुरंत टिकट खरीदा और उन्हें सुना, वो बहुत ही अच्छा गाते थे।’
जगजीत सिंह की गायिकी के बारे में बात करते हुए लता मंगेशकर ने बताया था, ‘जगजीत सिंह ने जो गजल गाई हैं वो लोगों को हमेशा याद रहेंगी। नए गायकों में तो गजल गायकी का कोई ठिकाना ही नहीं है। जगजीत सिंह जी के साथ उनका स्टाइल, उनका गायन, गजलें सब चला गया।’
बता दें कि जगजीत सिंह को साल 2011 में सितंबर महीने में ब्रेन हेमरेज हुआ था। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां कई दिनों चले इलाज के बाद 10 अक्तूबर 2011 को उन्होंने दम तोड़ दिया था। आज भी जगजीत सिंह को चाहने वालों की कमी नहीं है।