राजद के गढ़ में लालू के दोनों लाल कसौटी पर

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गणतंत्र की इस भूमि पर लोकतंत्र के महापर्व के दूसरे चरण में लालू प्रसाद के दोनों लाल की किस्मत तय होनी है। यही कारण है कि वैशाली और समस्तीपुर जिले पर सभी की निगाहें टिकी हैं। वैशाली और समस्तीपुर जिलों की 18 विधानसभा सीटों में पिछले चुनाव में जदयू ने आठ, राजद ने सात सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि भाजपा, कांग्रेस और लोजपा को एक-एक सीट पर ही संतोष करना पड़ा था।

इस बार दूसरे चरण में यहां 11 सीटों पर मतदान है। जिन सीटों पर दूसरे चरण में मतदान है, उनमें पिछले चुनाव में राजद और जदयू बराबरी पर थे। 4-4 सीट राजद और जदयू के खाते में गई थी। 1-1 सीट भाजपा, कांग्रेस और लोजपा के खाते में गई थी। वैशाली जिले की 8 विधानसभा सीटों में 6 पर ही दूसरे चरण में मतदान है। इसी तरह, समस्तीपुर जिले की कुल 10 सीटों में से दूसरे चरण में 5 सीटों पर मतदान है।
राघोपुर में तेजस्वी के सामने सतीश
हर बार की तरह इस चुनाव में भी वैशाली की एक सीट सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है। यह सीट है राघोपुर की। 90 के दशक के मध्य से 15 साल तक इस सीट पर लालू प्रसाद यादव-राबड़ी देवी का कब्जा रहा। हालांकि 2010 में राबड़ी यहां से हार गईं, लेकिन लालू ने तब भी इसी सीट को अपने परिवार के लिए सुरक्षित माना। यही कारण था कि 2015 में लालू प्रसाद यादव ने इस सीट से अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को लॉन्च किया। तब राघोपुर से तेजस्वी ने बड़ी जीत हासिल की थी। उन्हें 91,236 मत मिले थे। तेजस्वी ने भाजपा के सतीश यादव को 23 हजार से ज्यादा के अंतर से हराया था।

इस बार भी तेजस्वी के सामने भाजपा ने पुराने चेहरे सतीश यादव को ही मैदान में उतारा है। पप्पू यादव की पार्टी जाप ने यहां से राजा यादव को जबकि रालोसपा ने राकेश रौशन को मैदान में उतारा है। यहां कुल 15 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला तेजस्वी यादव और सतीश यादव के बीच ही है।

वैशाली जिले की अन्य सीटों का हाल
जिले की राजापाकड़(सु.) सीट पर जदयू ने महेंद्र राम को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने यहां प्रतिमा कुमारी पर दांव लगाया है। यहां कुल 14 प्रत्य़ाशी मैदान में हैं। वैशाली सदर विधानसभा की लड़ाई दिलचस्प होती दिख रही है। जदयू ने यहां अपने मौजूदा विधायक राजकिशोर सिंह को बेटिकट कर सिद्धार्थ पटेल को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने संजीव सिंह को मैदान में उताकर आर-पार की लड़ाई ठान दी है। यहां से 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। लालगंज में भाजपा-लोजपा में लड़ाई लालगंज में लोजपा ने अपने मौजूदा विधायक राजकुमार साह को मैदान में उतारा है। यहां भाजपा और लोजपा की आपस में ही लड़ाई छिड़ गई है। भाजपा ने यहां संजय कुमार सिंह को टिकट दिया है। भाजपा और लोजपा के रण के बीच कांग्रेस ने राकेश कुमार पप्पू को मैदान में उताकर लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है।

यहां कुल 25 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिले की महनार सीट पर वैसे तो 13 प्रत्याशी मैदान में हैं लेकिन मुख्य लड़ाई जदयू के उमेश कुशवाहा और राजद की वीणा देवी के बीच दिख रही है। हाजीपुर में इस बार 18 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। गंगा के कछार पर मुख्य लड़ाई भाजपा विधायक अवधेश सिंह और राजद के देव कुमार चौरसिया के बीच दिख रही है।

हसनपुर में तेजप्रताप के खिलाफ राजकुमार
मिथिलांचल के द्वार समस्तीपुर जिले की हसनपुर सीट से इस बार लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव मैदान में है। तेजप्रताप महुआ से विधायक रहें लेकिन अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से अनबन के बाद उन्होंने अपनी सीट बदल ली और हसनपुर आ गए। हसनपुर में यादवों का प्रभाव है। यहां तेजप्रताप के खिलाफ जदयू ने मौजूदा विधायक राजकुमार राय को मैदान में उतारा है। यहां 8 प्रत्याशी मैदान में हैं।

समस्तीपुर जिले की अन्य सीटों का हाल
जिले की रोसड़ा सुरक्षित सीट पर कुल 12 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां मुख्य लड़ाई कांग्रेस के नागेंद्र कुमार विकल और भाजपा के वीरेंद्र कुमार के बीच है। 2015 में इस सीट पर कांग्रेस के डॉ. अशोक कुमार ने जीत दर्ज की थी। विभूतिपुर सीट पर जदयू के मौजूदा विधायक रामबालक सिंह का मुकाबला माकपा के अजय कुमार से है। लोजपा के चंद्रबलि ठाकुर भी जोर-आजमाइश कर रहे हैं। यहां15 प्रत्याशी मैदान में हैं।

मोहिउद्दीन नगर सीट पर राजद ने अपनी विधायक एज्या यादव को मैदान में उतारा है। एज्या से मुकाबले के लिए भाजपा ने राजेश कुमार सिंह को उतारा है। यहां 20 प्रत्याशी मैदान में हैं। उजियारपुर सीट पर कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां राजद ने अपने विधायक आलोक कुमार मेहता पर ही भरोसा जताया है। भाजपा ने शील कुमार राय को मैदान में उतारा है।