देश में नए कोरोना के मरीज बढ़े

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TIO NEW DELHI

ब्रिटेन से लौटे अबतक 20 लोग कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी ब्रिटेन वैरिएंट जीनोम की चपेट में मिले हैं। इन सभी को एक कमरे में आइसोलेट कर दिया गया है। इससे पहले मंगलवार को छह व्यक्ति नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि ब्रिटेन से भारत आए छह लोग ब्रिटेन में मिले सार्स-कोव-2 के नए स्ट्रेन से संक्रमित मिले हैं।

ब्रिटेन से लौटी आंध्र प्रदेश की एक महिला में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है। 21 दिसंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उसे आइसोलेशन सेंटर भेजा गया था। वहां से भागकर वह स्पेशल ट्रेन से अपने घर राजमुंदरी पहुंची थी। महिला के साथ उसका बेटा भी था। हालांकि, बेटे की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

क्या है जीनोम सिक्वेंसिंग?
जीनोम सीक्वेंसिंग किसी वायरस की पूरी जानकारी है, जिसमें वायरस का पूरा डेटा होता है। वायरस कैसा है? कैसा दिखता है? इसकी जानकारी जीनोम में मिलती है। वायरस के बड़े ग्रुप को जीनोम कहा जाता है। वायरस के बारे में जानने की प्रोसेस को जीनोम सीक्वेंसिंग कहा जाता है। इसी के जरिए कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में पता लगाया जा रहा है।

कोरोना के नए स्ट्रेन के सबसे अधिक मामले दिल्ली में मिले हैं। दिल्ली की एनसीडीसी लैब में 14 में से 8 नमूने नए स्ट्रेन के मिले हैं। वहीं बंगलूरू की निमहंस लैब में इसके संक्रमितों की संख्या सात है। कोलकाता और पुणे की लैब में कोरोना के नए रूप के एक-एक मामले मिले हैं। सीसीएमबी हैदराबाद में दो नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी में एक सैंपल पॉजिटिव पाया गया है।
कुल मिलाकर देश की 10 लैब में 107 नमूनों की जांच की गई है। इनमें से 20 मरीज कोविड के नए प्रकार से पॉजिटिव मिले हैं। बता दें कि यह आंकड़ा 29 तारीख तक की जांच का है। माना जा रहा है कि इसमें और इजाफा हो सकता है। सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है।