मुरैना में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 18, दो आरोपी गिरफ्तार

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TIO MURENA

पांच साल पहले मुरैना जिले में बागचीनी थाना क्षेत्र के जिस विसंगपुरा-मानपुर में महापंचायत करके शराबबंदी का निर्णय लिया गया था, उसी गांव में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 पहुंच गई है। वहीं गंभीर रूप से बीमार 17 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस महानिरीक्षक राजेश हिंगनकर ने बताया कि आईपीसी की धारा 304 और आबकारी अधिनियम के संबद्ध धाराओं में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट में मुरैना के जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित करने की घोषणा की। चौहान ने ट्वीट किया, ‘मुरैना की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदाई है। मामले की जांच जारी है, लेकिन प्रथम दृष्टया सुपरविजन में लापरवाही बरतने पर जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित किया गया है।’ इस बीच, एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है।

प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक दल वहां भेजा जा रहा है। मिश्रा ने एक ट्वीट में कहा, ‘मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। जांच के लिए अलग से एक दल भी भेजा जा रहा है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।’ इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को पर निशाने पर लिया।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘शराब माफियाओं का कहर जारी। उज्जैन में 16 जान लेने के बाद अब मुरैना में शराब माफियाओं ने 10 के करीब लोगों की जान ले ली। शिवराज जी, शराब माफिया आखिर कब तक यूं ही लोगों की जान लेते रहेंगे? सरकार बीमार लोगों का समुचित इलाज करवाए और पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद करे।’ इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर झूठे दावे कर रहे हैं।

इससे पहले, मंगलवार सुबह को जिला पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बताया कि यह घटना जिला मुख्यालय से लगभग 14 किलोमीटर दूर मानपुर और पहावाली गांवों में हुई। उन्होंने बताया कि जहरीली शराब पीने से मानपुर और पहवाली गांव के 18 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए। इसके बाद अस्पताल में एक और बीमार व्यक्ति की मौत हो गयी। बीमार लोगों को ग्वालियर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

उन्होंने बताया कि सोमवार रात को अवैध शराब का सेवन करने वाले गांव के लोगों की हालत बिगड़ने लगी और 18 लोगों की मौत हो गई और बाकी बीमार लोगों को उपचार के लिए ग्वालियर के अस्पताल में भेजा गया। सुजानिया ने बताया कि सभी मृतकों का मुरैना के जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इस मामले में ग्वालियर के अस्पताल में भर्ती लोगों के बयान लेने पुलिस वहां पहुंच गई है। उनके बयान लेने के बाद ही साफ हो पायेगा कि गांव में संदिग्ध जहरीली शराब कहां से आई थी।