रायसेन में ओस की बूंदें जम गईं

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TIO BHOPAL

उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है। पिछले चार दिनों से मध्यप्रदेश में हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। जिसके चलते बर्फीली हवाओं से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में क ड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो दिन तक ठंड के तेवर इसी तरह तीखे बने रहेंगे। इसके बाद एक फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। पचमढ़ी में जहां रात का पारा 1.6 डिग्री सेल्सियस सबसे कम रहा, वहीं रायसेन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में रात की ओस की बूंदें बर्फ में बदल गईं। प्रदेश के 16 जिलों में कोल्ड वेव रही। राजधानी भोपाल में भी शुक्रवार-शनिवार की रात इस सीजन की सबसे सर्द रात रही।

यहां पारा 5.2 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि अगले 48 घंटे इसी तरह ठंड रहेंगे। पश्चिमी हिमालय में एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। इसका मध्यप्रदेश पर सीधा प्रभाव नहीं पढ़ेगा, लेकिन इसके कारण तापमान थोड़ा बढ़ेगा। हालांकि अभी ठंड बन रही रहेगी। दतिया, सतना, सागर, रीवा, नौगांव, खंडवा, खजुराहो, गुना, ग्वालियर, टीकमगढ़, दमोह, भोपाल, बैतूल, उमरिया, राजगढ़ और रतलाम में कोल्ड वेव रही। जबकि जबलपुर और सिवनी में सेवियर कोल्ड वेव के कारण कड़ाके की ठंड रही। यह रात का तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया।

13 से ज्यादा जिलों में कोल्ड-डे

वैज्ञानिक साहा ने बताया, तेज सर्द हवाओं के कारण ठंड बढ़ गई है। इसके कारण भोपाल में कोल्ड-डे के साथ ही कोल्ड वेव भी रही। प्रदेश के 13 से ज्यादा जिलों के कोल्ड-डे रहा। इंदौर, उज्जैन, खंडवा, राजगढ़, अशोकनगर, भोपाल, विदिशा, दमोह, पन्ना, छतरपुर, नरसिंगपुर, मंडला और खजुराहो में ठंड का कहर रहा। वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि दो दिन तक लगातार न्यूनतम तापमान का सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम रहने की स्थिति में कोल्ड वेव या शीतलहर शुरू हो जाती है।

10 से नीचे आया तापमान

प्रदेश भर में रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे आ गया है। सिर्फ नरसिंगपुर, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, इंदौर और खरगोन को छोड़ दिया जाए तो सभी जिलों में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री या उससे कम ही रिकॉर्ड किया गया। मौसम में आर्द्रता के कम होने से कोहरे से राहत मिल गई है।

भोपाल में 10 साल में 28 दिसंबर रही सर्द

अगर भोपाल के बीते 10 साल के मौसम के आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए, तो 28 दिसंबर की रात सबसे सर्द रही है। इन 10 सालों में तीन बार इस दिन रात का पारा 5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 6 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहा। बीते 10 साल में सबसे कम वर्ष 2018 में 28 दिसंबर को 4.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। यह रिकॉर्ड अभी तक नहीं टूट पाया है।

अब आगे यह होगा

हिमालय में बन रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर से ठंडी हवाएं आना कम हो जाएगी। इसके साथ ही हवा की रफ्तार भी कम हो जाएगी। ऐसे में तापमान में कुछ बढ़ोतरी होगी। इसका असर पश्चिमी विक्षोभ के रहने तक रहेगा।