TIO NEW DELHI
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 66वां दिन है। लेकिन, पिछले 4 दिन में 2 बार हुई हिंसा के बाद आंदोलन अब नया मोड़ ले रहा है। सिंघु बॉर्डर के साथ ही अब गाजीपुर भी बड़ा पॉइंट बनता नजर आ रहा है, क्योंकि UP के हजारों और किसान आज गाजीपुर की तरफ कूच करेंगे। यह फैसला मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को हुई महापंचायत में लिया गया, ताकि आंदोलन को मजबूत किया जा सके। कृषि कानूनों के विरोध में दो महीने से चले आ रहे आंदोलन में बृहस्पतिवार की घटना ने नई जान डाल दी है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद किसानों का गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। बीते 36 घंटों में आंदोलन स्थल का दायरा करीब चार गुना बढ़ गया है और किसानों की संख्या बढ़कर आठ से दस हजार तक पहुंच गई है।
उधर, किसान नेता आज एक दिन का उपवास रखकर सद्भावना दिवस मनाएंगे। इसके जरिए वे 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा का प्रायश्चित करना चाहते हैं।
अभय चौटाला आज राकेश टिकैत से मिलेंगे
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को अब राजनीतिक दल खुलकर समर्थन देने लगे हैं। इंडियन नेशनल लोकदल के महासचिव अभय चौटाला आज टिकैत से मिलेंगे। इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के नेता जयंत चौधरी और दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया गाजीपुर पहुंचे थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी टिकैत से कहा कि उनकी पार्टी किसानों के साथ है।
सिंघु बॉर्डर पर हिंसा के मामले में 44 लोग गिरफ्तार
किसान आंदोलन के सबसे बड़े पॉइंट सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को स्थानीय लोगों और किसानों के बीच हिंसा हो गई। इसमें 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक उपद्रवी ने SHO पर तलवार से हमला कर दिया था। इस मामले में अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।