TIO मुंबई
शशी कुमार केसवानी
देश के प्रख्यात पत्रकार विनोद दुआ की पत्नी तथा अभिनेत्री मल्लिका दुआ की मां चिन्ना दुआ का कोरोना से 56 साल की उम्र में निधन हो गया। यह जानकारी विनोद दुआ ने अपने मित्रों व सहयोगी रहे दोस्तों को दी तथा साथ ही साथ में सोशल मीडिया पर भी जानकारी दी। चिन्ना दुआ का असली नाम पद्मावती दुआ था। चिन्ना एक डॉक्टर, सिंगर और एक व्लॉगर भी थीं। यह जानकारी आते ही लोग बहुत चिंतित हो गए तथा दुआ परिवार से जुड़े लोग परेशान हो रहे है। मल्लिका दुआ भी कोरोना से अभी-अभी ठीक हुई है। छोटी बेटी बैंगलोर में थी वह भी दिल्ली आ गई है। चिन्ना और विनोद दुआ मई में ही कोरोना संक्रमित हो गए थे जिसके बाद दोनों को गुरुग्राम के मेदांता अस्पतला में भर्ती कराया गया था। उसी दिन से लगातार विनोद दुआ अपनी और चिन्ना की हेल्थ अपडेट सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे थे। वहीं मल्लिका ने भी लोगों से उनके माता-पिता के लिए दुआएं करने की गुजारिश की थी।

सबसे पहले मल्लिक दुआ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से पिता विनोद दुआ के संक्रमित होने की जानकारी दी थी और कहा था कि अब घर के बाकी सदस्य भी अपना टेस्ट कराएंगे। उसके बाद चिन्ना दुआ ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से अपनी तबीयत ठीक ना होने की जानकारी दी थी। चिन्ना ने लिखा था, ’13 मई से एक दो दिन पहले मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जिसके बाद डॉक्टर ने मेरी आवाज सुनी और बताया कि मैं सिटोकिन स्टॉर्म का शिकार हुई हूं जिसपर ध्यान देने की जरूरत है। उसके बाद हमें सेंट स्टीफन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां हमें आॅक्सीजन बेड की आवश्यकता थी लेकिन वहां उपलब्ध नहीं था। उसके बाद हमें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब विनोद और मैं दोनों मेदांता अस्पताल में ही हैं। उम्मीद है जल्दी ठीक होकर वापस लौटेंगे, बस थोड़ा समय लगेगा। तब तक आप अपना ध्यान रखें, घर रहें और सुरक्षित रहें।’

मल्लिका ने हाल ही में अपने माता- पिता के लिए एक पोस्ट शेयर किया था। मल्लिका ने लिखा, ‘मां को एक्मो प्लस वेंटिलेटर पर रखा गया है। वह बेहोश हैं और हर शाम हम उन्हें फोन करके गाना सुनाते हैं। वह पलक झपकार अपना रिएक्शन देती हैं। अभी उनके फेफड़ों को पूरी तरह से आराम की जरूरत है। आप सभी लोग उनके लिए दुआएं करें ताकि वह जल्द से जल्द ठीक हो जाए। यह एक धीमी प्रक्रिया है, लेकिन सफलता जरूर मिलेगी।’
विनोद दुआ ने कहा था मेरी असली ताकत पत्नी है
कई बार उनके विनोद दुआ के साथ गीत, गजल व क्लासीकल गायिका सुनने का मौका मिला था। मैं हमेशा कहता था कि भाभी एक बहुत ही नेक ममतामयी है। अनेकोंबार उनके हाथ का खाना खाने का मौका भी मिला। विनोद दुआ जितने खाने के शौकीन थे भाभी उतनी खाना बनाने की शोकीन थी। मैंने एक बार उनके लिए लिखा था कि वे पूर्ण अन्नपूर्णा देवी है। अब मुॐक्के यह लग रहा कि विनोद दुआ भाभी के बिना अपने आपको बहुत कमजोर महसूस करेंगे। वे हमेशा कहते थे कि मेरी असली ताकत मेरी पत्नी है। बस भगवान से विनती कर सकता हूं कि विनोद भाई इस दुख को ॐक्केल जाए अभी इस देश को उनकी बहुत जरूरत है। बेटियों को भी संभालना है। विनोद दुआ जैसे लोग सदियों में पैदा होते है जो अपने काम को अपना धर्म समॐक्कते है। इतनी ईमानदारी से काम करने वाले बहुत कम लोग बचे है।