उज्जैन में 24 घंटे बारिश से घाट डूबे, मंदिरों में घुसा पानी, सीहोर-शाजापुर समेत कई जिलों में हाल बेहाल

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TIO BHOPAL

मध्य प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, सीहोर, आगर मालवा समेत कई जिलों में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी जमा हो गया है. शहरों में भी वर्षा से बुरा हाल है. पिछले 24 घंटे से इंदौर और उज्जैन में हो रही लगातार बारिश से शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. रामघाट स्थित कई बड़े-छोटे मंदिर जलमग्न हो गए हैं. रामघाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए होमगार्ड के सैनिक लगा दिए गए हैं. बढ़ते जलस्तर के कारण शिप्रा नदी पर बना छोटा पुल पानी में डूब गया है. जिले में रविवार दोपहर से भारी बारिश के चलते उफान पर रहे नदी-नाले सोमवार की सुबह उतर गए। विदिशा-अशोकनगर स्टेट हाइवे पर स्थित ग्राम कागपुर के पुल का पानी 20 घण्टे बाद उतरा, लेकिन पानी के कारण पुल की रेलिंग बह गई और जगह जगह गढ्ढे हो गए। प्रशासन की अनदेखी के कारण इसी क्षतिग्रस्त पुल से आवागमन शुरू हो गया है। पुल से छोटे से लेकर भारी वाहन तक पुल से निकलने लगे है। हालांकि रिमझिम बारिश का दौर तीसरे दिन भी जारी है। जिले में महीने भर बाद सावन के एक दिन पहले से बारिश हो रही है।

सीहोर जिले में कई गांवों का संपर्क कटा
सीहोर जिले में पिछले 48 घंटों से जारी बारिश ने सभी नदी नाले और प्राकृतिक जल स्रोत लबालब कर दिए हैं. मूसलाधार वर्षा के कारण श्यामपुर तहसील में पार्वती नदी के मुहाने बसे एक दर्जन गांवों का सड़क सम्पर्क कट गया है. स्थानीय नदी का जलस्तर बढ़ने से सुआखेड़ी, नाईहेड़ी, बदरखा सानी, दौलतपुरा गांवों की स्थिति गंभीर हो चली है. बारिश के तेज बहाव के कारण देहरी, गांगा पिपलिया, झूनापानी जाने वाले मार्ग का डामर उखड़ गया है, जिससे रास्ता बंद है.

शाजापुर में कई लोगों के तेज धार में बहने की खबर
शाजापुर जिले में भी 24 घंटों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाके डूब गए हैं. बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, जिसके कारण कई स्थानों से जलजनित हादसे की खबर है. मुहम्मद खेड़ा गांव में आज एक 7 वर्षीय मासूम पानी के तेज बहाव में बह गया. एसडीआरएफ की टीम बच्चे को खोजने में जुटी है. सुन्दरसी क्षेत्र में गिराना गांव में भी 50 वर्षीय व्यक्ति नाले में बह गया, जिसकी तलाश जारी है. जिले के कई गांवों का सड़क संपर्क मूसलाधार वर्षा के कारण कट गया है. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके बाद प्रशासन ने एसडीआरएफ को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.

एक दिन पहले रविवार को नटेरन और शमशाबाद में जोरदार बारिश होने की वजह से नदी, नाले उफान पर आ गए थे। इस दौरान नहर फूटने से सैकड़ों हेक्टेयर खेत भी पानी से लबालब हो गए। दूसरे दिन सोमवार को भी सुबह से ही बारिश का दौर जारी है हालांकि तेज बारिश नहीं होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के नदी ,नालों का उफान उतर चुका है। विदिशा-अशोकनगर स्टेट हाईवे पर स्थित कागपुर नदी के पुल का पानी पुल के नीचे आ गया है लेकिन 20 घंटे तक पानी पुल के ऊपर होने के कारण पुल की रैलिंग बह गई है और पुल पर बिछाया गया डामर जगह-जगह से उखड़ गया है। जिसकी वजह से सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि एक माह पहले ही एमपीआरडीसी ने पुल पर रेलिंग लगाई थी। बाढ़ में पानी के तेज बहाव में रेलिंग बह गई है। सोमवार सुबह 7:00 बजे से ही क्षतिग्रस्त पुल से आवागमन शुरू हो गया है। रेलिंग नहीं होने और सड़क पर जगह-जगह गड्ढे होने के कारण दुर्घटना का भय बना हुआ है। इधर ,सोमवार को भी विदिशा शहर में रिमझिम बारिश हो रही है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश की झड़ी लगी हुई है। अच्छी बारिश होने के कारण फसलों को लाभ मिलने की उम्मीद है। हालांकि भारी बारिश ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया है।