TIO NEW DELHI
उत्तराखंड कांग्रेस में यशपाल आर्य की वापसी के बाद अन्य बागियों के लिए रास्ता खुलने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तीखे अंदाज में जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में सदन के पटल पर पैसों में बिककर जिन लोगों ने उनकी सरकार गिराई थी, वह लोग महापापी हैं। हरीश ने कहा कि यह लोग जब तक सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं, उनके रहते कांग्रेस में इनकी एंट्री नहीं हो सकती।
अपने आवास से निकलते हुए पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम रावत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल विहारी वाजपेयी ने भी खरीद-फरोख्त की राजनीति को महापाप की संज्ञा दी थी। हरीश ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यदि फिर भी ऐसे महापापी कांग्रेस में आना चाहते हैं तो पहले उन्हें अपने पाप को स्वीकार करना पड़ेगा।
सार्वजनिक तौर पर खेद प्रकट करना पड़ेगा, वह चाहें तो अपने कुलदेवता के सम्मुख भी ऐसा कर सकते हैं, लेकिन उन्हें बताना पड़ेगा कि उन्होंने महापाप किया था और वह इसके लिए क्षमा चाहते हैं। यदि ऐसा करते हैं तो वह रास्ते में नहीं आएंगे। बिना माफी ऐसे लोग कांग्रेस में प्रवेश करते हैं तो यह उनके लिए बहुत कठिन हो जाएगा। हरीश ने कहा कि यह सवाल सिर्फ उनकी सरकार गिराने का नहीं है, यह सवाल उत्तराखंड की मूल मान्यता और यहां की राजनीतिक संस्कृति पर भी एक काले धब्बे की तरह है।
यशपाल आर्य उन लोगों में शामिल नहीं : हरीश
हरीश रावत ने कहा कि यशपाल आर्य उन लोगों में शामिल नहीं थे। वह व्यक्तिगत कारणों से पार्टी से बाहर गए थे। उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ कभी कोई गलत बयान नहीं दिया। इनमें से एक-दो लोग ऐसे थे, जो बेबस होकर गए। उन्हें भी वह पार्टी में स्वीकार करने को तैयार हैं। कहा कि वह एक महिला के विषय में जानते हैं, जिसे एक मंत्री ने गाली देकर अपनी तरफ खींचा था, वह नहीं जाना चाहती थी। उस मंत्री ने अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा था कि तुमने पैसे तो ले लिए और अब आने से मना कर रही हो।