राजस्थान में ओमिक्रॉन का खतरा, MP में 24 घंटे में कोरोना के 15 केस

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TIO NEW DELHI

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत में भी घुसपैठ कर ली है। राजस्थान में 7 दिन पहले दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे एक ही परिवार के 4 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें पति-पत्नी समेत उनकी दो बेटियां (8 और 15 साल) शामिल हैं। सभी को ओमिक्रॉन का संदिग्ध मानते हुए क्वारैंटाइन किया गया है। इनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं।

चिंता की बात यह है कि 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा यह परिवार जयपुर में अपने 12 रिश्तेदारों से मिला था। उनमें से 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें एक 16 साल का बच्चा भी है। राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस के अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि सभी को ओमिक्रॉन संदिग्ध मानते हुए क्वारैंटाइन किया गया है। इनके सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। हालांकि, बच्चों को छोड़कर सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी हैं। उनमें कोरोना के लक्षण नहीं हैं और स्वास्थ्य भी ठीक है।

मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना के 15 नए केस सामने आए हैं। इनमें भोपाल में सबसे ज्यादा 8 पॉजिटिव शामिल हैं। लगातार छठवें दिन भोपाल में सर्वाधिक केस हैं। 6 दिन में मध्यप्रदेश में कुल 88 केस मिले। इनमें अकेले भोपाल के ही 54 मामले शामिल हैं। यानी 60% से ज्यादा केस भोपाल में ही मिल रहे हैं। इससे चिंता बढ़ गई है। दूसरे नंबर पर इंदौर है। यहां पर 6 दिन में 22 केस सामने आ चुके हैं।

भोपाल कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बन गया है। यहां हर दिन सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। 27 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच ही 54 केस मिल चुके हैं। इस कारण अब मास्क को लेकर सख्ती दिखाई जा रही है। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बिना मास्क के घूमने पर 500 रुपए तक जुर्माना लगाने को कहा है। CM शिवराज सिंह चौहान भी संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जता चुके हैं।

साउथ अफ्रीका से मुंबई पहुंचे 9 विदेशियों समेत 10 लोग कोरोना संक्रमित
इधर, मुंबई में साउथ अफ्रीका से आए 9 विदेशी नागरिकों समेत 10 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। ये सभी लोग 10 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे थे। मुंबई के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ने बताया कि सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं।

बेंगलुरु में डॉक्टर समेत 6 को कोरोना दे गया ओमिक्रॉन संक्रमित विदेशी
इससे पहले गुरुवार को कर्नाटक में देश के पहले दो ओमिक्रॉन मरीजों की पुष्टि हुई थी। इनमें एक 66 साल का विदेशी नागरिक है, जो पिछले दिनों साउथ अफ्रीका गया था, जबकि दूसरा बेंगलुरु के बोमनहल्ली का 46 साल का हेल्थ वर्कर है। दोनों के सैंपल में ओमिक्रॉन मिला है। इनके संपर्क में आने वाले एक डॉक्टर समेत 6 अन्य लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है, जिनके सैंपल भी जीनोम सीक्वेंसिंग को भेज दिए गए हैं।

भारत में धीरे धीरे कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है। इस बीच आंध्र प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, पिछले 10 दिनों में यहां विदेशों से लगभग 60 यात्री पहुंचे हैं, इनमें से नौ अफ्रीका से आए हैं। 60 में से 30 यात्री विशाखापट्टनम में रुके हुए हैं, जबकि बाकी 30 राज्य के अलग-अलग जगहों के लिए रवाना हो चुके हैं।

आंध्र प्रदेश सरकार इन 30 लोगों को ढूंढ रही है। इनमें से कइयों ने तो फोन उठाना भी बंद कर दिया है। इसके कारण अधिकारियों को इनके लापता होने का डर लग रहा है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार को इन लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना है। बता दें कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में हुई थी।

दक्षिण अफ्रीका में एक दिन में 11,500 नए केस दर्ज हुए हैं। यह एक दिन पहले के 8500 केस से भी ज्यादा है। यह चौंकाने वाला आंकड़े इसलिए भी हैं, क्योंकि नवंबर के मध्य तक इस देश में कोरोना के 200 से 300 केस प्रतिदिन आ रहे थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन अब तक कम से कम 24 देशों में फैल चुका है। 

उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई आज ओमिक्रॉन वैरिएंट के केस पर आपात बैठक करेंगे। बता दें कि यहां ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले सामने आए हैं। उन्होने कहा है कि मैंने लैब से पूरा विवरण मांगा है। हम इन लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर रहे हैं। आज दोपहर 1 बजे मेरी स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ एक बैठक है। मेरी इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी बात हुई है।