ओमिक्रोन से दुनिया में अब तक एक भी मौत नहीं, भारत के 7 शहरों में मौजूद संदिग्ध

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TIO NEW DELHI

कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का नई रिपोर्ट राहत देने वाली है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, Omicron वायरस भारत समेत दुनिया के 38 देशों में फैल चुका है, लेकिन अब तक एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। इस तरह Omicron कम खतरनाक साबित हो रहा है। शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर यह बात कही गई है। हालांकि विस्तृत रिपोर्ट मिलने में कुछ हफ्तों का समय लग सकता है। इस बीच, भारत में Omicron की एंट्री के बाद अलर्ट है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि कुछ संदिग्ध मरीज लापता है। जब तक इनका पता नहीं लगा लिया जाता, टेंशन बनी रहेगी।

भारत में ओंमिक्रोन के पहले दो केस बेंगलुरू में मिले थे। इनमें एक शख्स दक्षिण अफ्रीका से लौटा था, जबकि दूसरे पेश से डॉक्टर की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। इसके बाद मुंबई, दिल्ली, जामनगर, हैदराबाद, तिरुच्चिराप्पल्ली, जयपुर और श्रीनगर में भी संदिग्ध मिले। आशंका जताई जा रही है कि कुछ अन्य संदिग्ध लापता हैं, जिनका पता लगाने की कोशिश जा रही है। एयरपोर्ट पर सख्ती बढ़ा दी गई है और खतरे वाले देशों से आने पर यात्रियों की सघन जांच की जा रही है।

MP में नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा:17 से 19 दिसंबर तक होने वाली IAS सर्विस मीट स्थगित; CM ने कहा- हम संकट के मुहाने पर हैं

मध्य प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे की आशंका का देखते हुए IAS सर्विस मीट को स्थगित कर दिया गया है। यह मीट भोपाल में 17 से 19 दिसंबर तक प्रस्तावित थी। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करने वाले थे। एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अपर मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट के फैलने की आशंका को ध्यान में रख कर मीट को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। हालांकि, उन्होंने आयोजन को टालने की सलाह दी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का सामना जनभागीदारी मॉडल पर किया जाएगा। हम संकट के मुहाने पर खड़े हैं। दिल्ली में निजी चैनल से शुक्रवार को बात करते हुए उन्होंने कहा कि मिल-जुलकर संभावित संकट का मुकाबला करेंगे। बता दें कि जो पिछले एक महीने में विदेश यात्रा से लौटे इंदौर में स्वास्थ्य विभाग करीब 100 लोगों की तलाश कर रहा है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि विदेश से आए 50 लोगों की जांच हो चुकी है। वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिले हैं।

राज्य सरकार ने नए वैरिएंट के चलते कोरोना की तीसरी लहर के खतरे से निपटने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने थ्री-टी रणनीति बनाई है। थ्री-टी यानी टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसमें RT-PCR में पॉजिटिव आने वाले सभी मरीजों का अनिवार्य रूप से जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदेश के सभी कलेक्टर्स, मेडिकल कॉलेजों के डीन, CMHO और सिविल सर्जन को यह निर्देश भेजा गया है। उन्हें कहा गया है कि कोविड की RT-PCR टेस्ट में पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज के सैंपल जीनोम सीक्वेसिंग के लिए अनिवार्य रूप से भिजवाएं। मंत्रालय ने 30 नवंबर को ही यह आदेश जारी किया।

थ्री-टी रणनीति की सलाह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। इसके मुताबिक जीनोम सीक्वेसिंग के जरिए सबसे पहले कोरोना वायरस के वैरिएंट की पहचान करें, फिर तत्काल ट्रेसिंग करते हुए जरूरी सर्विलांस गतिविधियों का पालन करें। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्र, वेंटिलेटर सहित अन्य सभी आपातकालीन व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। हमारा प्रयास होगा कि इन सबकी जरूरत ही न पड़े। मास्क, शारीरिक दूरी व अन्य सावधानियों का कड़ाई से पालन करने के लिए वातावरण तैयार किया जा रहा है।

कर्नाटक में ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले 2 लोगों में से एक व्यक्ति लापता है। राज्य सरकार ने बताया कि एक निजी लैब से कोविड निगेवटिव सर्टिफिकेट मिलने के बाद से वह शख्स लापता है। प्रशासन उन 10 और लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है जो कथित तौर पर हवाईअड्डे से लापता हो गए थे।

कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने ओमिक्रॉन पर शुक्रवार को टॉप अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि लापता लोगों का जल्द पता लगाया जाना चाहिए। यात्रियों को उनकी रिपोर्ट आने तक हवाईअड्डे से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।

बेंगलुरु महानगरपालिका के कमिश्नर गौरव गुप्ता ने बताया कि सभी विदेशी नागरिक दक्षिण अफ्रीकी देशों से आए हैं। फिलहाल इनके फोन अभी बंद हैं। इन यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जो पता दर्ज किया था, उस पर भी ये नहीं मिले हैं।

बेंगलुरु में डॉक्टर्स की कॉन्फ्रेंस में शामिल हुआ ओमिक्रॉन संक्रमित डॉक्टर
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 19-21 नवंबर के बीच हुई इंटरनेशनल मेडिकल कॉन्फ्रेंस ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, वन स्टार होटल में हुई इस कॉन्फ्रेंस में शामिल तीन डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें से एक व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित है। उन्होंने 20 नवंबर को कुछ घंटे के लिए कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था। इसके अगले ही दिन उनमें संक्रमण के लक्षण दिखने लगे। ऐसे में इस बैठक में शामिल दूसरे लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका है।

एट रिस्क देशों से आने वाले 16 हजार यात्रियों में 18 कोरोना पॉजिटिव
एट रिस्क देशों से आने वाले अब तक 58 फ्लाइट्स के 16000 यात्रियों का RT-PCR टेस्ट किया गया है। इनमें 18 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनकी रिपोर्ट जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजी गई है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में इसकी जानकारी दी। जिन 11 देशों को एट रिस्क कैटेगरी में रखा गया है उनमें यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर और इजराइल शामिल हैं।