TIO BHOPAL
मध्यप्रदेश के कई शहरों में 72 घंटे से लगातार हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। नदी-नाले उफनाकर सीमाएं तोड़ने लगे हैं। प्रदेश में आज बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। तवा, नर्मदा, शिप्रा, बेतवा और पार्वती किनारे बाढ़ का खतरा है। भोपाल-नर्मदापुरम रोड पर समरधा के पास ढलान पर पुल की मिट्टी धंस गई। यहां ट्रैफिक वन-वे कर दिया गया है। कलियासोत नदी पर पुल इसी साल बनाया गया था। गुना के जिला अस्पताल के कई वार्ड में बारिश का पानी भर गया। सीवेज पाइप ओवरफ्लो हो जाने से नर्सों के कमरों में भी पानी घुसने लगा है। शहर के दोनों तालाब फुल हो गए हैं। कभी भी ओवरफ्लो हो सकते हैं।
पार्वती उफनाने से श्योपुर-कोटा हाईवे 30 घंटे बंद रहा। श्योपुर में अमराल नदी पर बने सोंई भीखापुर का रपटा डूब गया। इसे पार करने की कोशिश में बाइक सवार बहने लगा। हालांकि, वहां मौजूद लोगों ने उसे बचा लिया। भोपाल में एयरपोर्ट, लालघाटी, ऐशबाग और नारियलखेड़ा समेत कई इलाकों में सड़कों पर 3-3 फीट तक पानी भर गया। कोलांस नदी का पानी भदभदा के आगे सीहोर रोड पर आ गया। भोपाल-सीहोर मार्ग पानी उतरने तक बंद रहा।
शिवपुरी के मोहिनी सागर और मड़ीखेड़ा बांध के गेट खोलने से सिंध नदी में भी पानी बढ़ गया है। क्वारी नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है। खंडवा में इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोलने पड़ गए। सीहोर के नसरुल्लांगज और रेहटी में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया। शिवपुरी में बेतवा में नदी उफना गई। टापू पर फंसे दो चरवाहे और उनके जानवरों को रेस्क्यू किया गया।
24 घंटे के दौरान भोपाल में 3 इंच से सबसे ज्यादा बारिश हुई। गुना, सागर, बैतूल में 1 इंच से ज्यादा पानी गिरा। सतना, मंडला, जबलपुर और नर्मदापुरम में एक-एक इंच बारिश हुई। पचमढ़ी, रीवा, नौगांव सीधी छिंदवाड़ा, दतिया, रतलाम, धार, खजुराहो में आधा-आधा इंच, इंदौर,दमोह और रायसेन में भी बारिश हुई। भोपाल शहर में सबसे ज्यादा साढ़े 3 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। यह रिकॉर्ड कल सुबह 8:30 से आज सुबह 8:30 बजे तक का है