शशी कुमार केसवानी
भोपाल में ई-2/69 अरेरा कॉलोनी स्थित अमाडो कैफे का शुभारंभ हुआ। भोपाल में एक ऐसा कैफे है जहां अंदर जाकर महसूस होता है भोपाल के बजाय किसी मेट्रो सिटी में आ गए हो। बहुत ही सुंदर इंटियर शांत वातावरण हरियाली से भरपूर दिखने वाला नजरिया साथ ही छोटी सी लाइब्रेरी बनी हुई है। जहां आज किसी का भी मन करें घंटों बैठकर पढ़ा जाए या लिखा जाए एक से बढ़कर एक खाने का जायका लिया जाए। मंैने बहुत जगह बर्गर खाए है पर इस तरह का बर्गर शायद मैंने पहले कभी नहीं खाया। बर्गर ही क्यों बाकी जो चीजें मैंने टेस्ट की वो चीजें इतनी अदभुत बनी हुई थी कि बाकी जगहों से हटकर जो स्वाद था वो हमेशा के लिए दिल में बस गया। ब्रेड तो इस तरह की थी जो पहले मंैने कभी भोपाल तो क्या मुंबई में भी नहीं मिली।
हां बैंगलुरु में जरूर मिल जाती है। कैफे की सीईओ शैफ मीनल शैजवार ने बताया कि हम बेकरी में तो काफी लंबे समय से काम कर ही रहे थे लेकिन ये कैफे भी एक अलग तरह से चलाएंगे और लोगों को तरह-तरह के जायकों से परिचित करवाएंगे। इस अवसर पर भोपाल ब्लॉगर्स एसोसिएशन की मीटअप भी आयोजित की गई थी, जिसमें कई ब्लॉगरों ने हिस्सा लिया। ब्लॉगर एसोसिएशन की कोफाउंडर मुद्रा केसवानी ने कैफे के बारें में बताया कि भोपाल वालों को इतनी सौगात मिली है। हम लोगों ने तो खूब स्वाद लिया अब आपकी बारी है।