TIO BHOPAL
आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश में 20 मार्च तक ‘बेमौसम’ बारिश का दौर जारी रहेगा। दो सिस्टम एक्टिव होने से ओले भी गिर रहे हैं। कई शहरों में हवा की स्पीड 75Km प्रति घंटा तक पहुंच गई। शनिवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग भीगेंगे। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है। दूसरी और वर्षा से खेत खलिहान में रखी फसलें व खेतों में खड़ी फसलाें में नुकसानी की संभावना जताई गई है। सब्जी मंडी में शेड के पास रखी व्यापारियों की रखी लहसुन भीग गई। ठेकेदार की धीमी गति से डोम हाइराईज शेड निर्माण करने का खामियाजा व्यापारियाें को भुगतना पड़ रहा है। यहां मंडी में बिक्री के लिए वाहनों में उपज लेकर आए किसानों को वर्षा से बचाने के लिए खासी मशक्कत करना पड़ी। वर्षा होने से खेतों में कीचड़ हो गया है जिससे कटाई में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
14 मार्च से ही प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 16-17 मार्च से मौसम ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया है। शुक्रवार को भी लगभग आधे एमपी में बारिश का दौर जारी रहा। उज्जैन, दमोह, अशोकनगर, नर्मदापुरम, खरगोन और सागर में तेज बारिश हुई। वहीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादल छाए रहे। कुछ जगहों पर ओले भी गिरे। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
24 घंटे में कहां-कितनी बारिश
पचमढ़ी | 0.86 (बारिश इंच में) |
रतलाम | 0.82 |
मलाजखंड | 0.58 |
बैतूल | 0.40 |
सिवनी | 0.25 |
गुना | 0.20 |
शिवपुरी | 0.1 |
रायसेन | 0.12 |
उमरिया | 0.10 |
खरगोन | 0.08 |
नर्मदापुरम | 0.08 |
खंडवा | 0.04 |
उज्जैन | 0.03 |
नरसिंहपुर | 0.03 |
सतना | 0.031 |
जबलपुर | 0.007 |
इन जिलों में बारिश का दौर
भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच, बैतूल, राजगढ़, सागर, सतना, छतरपुर, दमोह, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, बालाघाट, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, हरदा, मुरैना, धार, डिंडोरी, सिवनी, नरसिंहपुर, रीवा समेत कई जिलों में बारिश का दौर जारी है।
40 से 60Km प्रतिघंटा स्पीड से चलेगी हवा
शनिवार को बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही कई शहरों में हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटा से भी ज्यादा रहेगी। भोपाल, सागर, गुना, शाजापुर, इंदौर समेत कई इलाकों में तेज हवा का असर देखने को मिल सकता है। आकाशीय बिजली के चमकने और गिरने की आशंका भी है।
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है, जो बहुत मजबूत है। इसी के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससे प्रदेश में मौसम बदल गया है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर है। 20 मार्च तक ऐसी ही स्थिति रहेगी।