राजेश भारतीय को पकड़ने में लगे 8 पुलिसकर्मियों के पास नहीं थे बुलेटप्रूफ जैकेट

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नई दिल्ली। राजेश भारती और उसके गैंग को पकड़ने के लिए शनिवार को हुए एनकाउंटर में स्पेशल सेल की टीम के घायल 8 पुलिसकर्मियों में से ज्यादातर ने बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं पहनी हुई थी। राजेश भारती गैंग को घेरते हुए हालात ऐसे बने कि नॉर्दर्न रेंज की उस टीम को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी, जिसने बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं पहनी थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह सेल की इस टीम की बहादुरी ही थी कि बुलेटप्रूफ जैकेट के बिना भी उन्होंने हथियारों से लैस खतरनाक गैंग का सामना किया और सफलता पाई।
8 policemen engaged in the capture of Rajesh Indian were not equipped with bulletproof jacket
डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि बदमाशों की दो गाड़ियों के अलावा इनके पास 5 पिस्टल मिली हैं। राजेश भारती वाली कार में दो ब्रीफकेस मिला है और बैग में कपड़े मिले हैं। मौके पर ढेरों कारतूस के खाली खोखे बिखरे पड़े थे। शूटआउट के बाद शनिवार शाम को आई आंधी और बारिश से यह डर जताया जा रहा है कि कहीं घटनास्थल से कुछ सबूत ना मिट गए हों। हालांकि, इससे पहले मौके पर डॉग स्क्वॉड और एफएसएल की टीम ने विजिट की थी लेकिन फिर भी शाम तक यहां टीमों का आना-जाना लगा रहा था।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राजेश भारती बदमाश को पकड़ने के लिए केवल स्पेशल सेल ही नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और द्वारका जिला पुलिस के अलावा साउथ और अन्य जिला पुलिस भी इसके उपर काम कर रही थी। लेकिन अंत में कामयाबी सेल की नॉर्दर्न रेंज को मिली। इस बारे में यह भी पता लगा है कि राजेश भारती चानन होला गांव के जिस फार्म हाउस में पिछले चार-पांच महीनों से विजिट कर रहा था। वह फार्म हाउस लाडो सराय में रहने वाले एक प्रॉपर्टी डीलर का है। फिलहाल वह फरार है। उसके बारे में भी सेल सूचना जुटा रहा है कि उसका इस गैंग से क्या संबंध था।