ईद के बाद भी सरकार जारी रख सकती है सीजफायर, सेना ने जताई आपत्ति

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नई दिल्ली। क्या ईद के बाद भी सरकार जम्मू-कश्मीर में सीजफायर कायम रखेगी? आज गुरुवार को मोदी सरकार इस मामले में फैसला लेने वाली है और सूत्रों की मानें तो इसकी पूरी संभावना है कि सीजफायर ईद के बाद भी बरकरार रहेगा। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने रमजान के दौरान घाटी में सीजफायर का फैसला लिया था। हालांकि इस दौरान आतंकी गतिविधियों में इजाफा देखने को मिला।
Siegefire, army can continue even after Eid
एक तरफ सरकार को अपने इस फैसले के लिए आलोचना का शिकार होना पड़ा, दूसरी तरफ सेना ने भी कहा था कि वह सरकार के फैसले के साथ है लेकिन यह राज्य की सुरक्षा से ठीक नहीं होगा। युद्धविराम के संदर्भ में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का सवाल भी उठाया जा रहा है। गुरुवार को मोदी सरकार अब इस फैसले को आगे जारी रखने या खत्म करने पर फैसला लेने वाली है।

सूत्रों के मुताबिक केंद्र की एजेंसियां हुर्रियत को बातचीत के लिए तैयार करने की दिशा में काफी तेजी से काम कर रहीं हैं। बताया जा रहा है कि सेना ने युद्धविराम को आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है लेकिन जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार के वातार्कार दिनेश शर्मा और खुफिया एजेंसियां इसे और आगे बढ़वाने के पक्ष में हैं। उनका मानना है कि इस युद्धविराम के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।

सेना ने केंद्रीय गृहमंत्रालय से कहा कि तीन वजहों से सीजफायर बढ़ाना उचित नहीं होगा। पहली वजह पाकिस्तान को बताया गया है जो चाहता है कि कश्मीर हिंसा तेज हो। दूसरी वजह आतंकियों के खिलाफ आॅपरेशन बंद होने से उनके फिर से सक्रिय होने की आशंका को बताया जा रहा है। तीसरी वजह के रूप में सेना का तर्क है कि हाल के दिनों में काफी आतंकी मारे गए हैं, जिससे आतंकी संगठनों पर दबाव है। सीजफायर से आतंकियों को एकजुट होने का मौका मिलेगा।

अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर खड़े हुए सवाल
अमरनाथ यात्रा के संदर्भ में सीजफायर बढ़ाने को लेकर आपत्तियां सामने आ रहीं हैं। इस साल 28 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। बीजेपी नेतृत्व के एक हिस्से का मानना है कि अगर सीजफायर के दौरान अमरनाथ यात्रा को आतंकियों के निशाना बना दिया तो पार्टी भारी राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में बैठक बुलाई है।