काबुल। आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सरगना मुल्ला फजलुल्लाह को ड्रोन स्टाइक कर मार गिराने के बाद अमेरिकी सेना ने राहत की सांस ली है। अमेरिकी सेना ने दावा किया है कि 13 जून को अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर कुनार प्रांत में हमले में फजलुल्लाह उर्फ मुल्ला रेडियो मारा गया। बताया जा रहा है कि जब अमेरिकी ड्रोन ने हमला किया तो फजलुल्लाह और उसके कमांडर इफ्तार पार्टी कर रहे थे। फजलुल्लाह ने नोबल पीस प्राइज विजेता मलाला को भी मरवाने की कोशिश की थी।
US drone bombs, terrorists die of TTP
मुल्ला फजलुल्लाह पर पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए अटैक में शामिल होने समेत कई और बड़े आतंकी हमले कराने का का आरोप है। अमेरिकी आर्मी आॅफिसर कर्नल मार्टिन ओडैनियल ने बताया कि आतंकियों के खात्मे के लिए 13 जून को ड्रोन हमले अफगानिस्तान के कनूर में किए गए थे। इसी हमले में आतंकी मुल्ला फजलुल्लाह की मौत हुई।
कनूर पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से लगा हुआ क्षेत्र है। टीटीपी सरगना मुल्ला फजलुल्लाह अमेरिकी की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में था और उस पर करीब 50 लाख डॉलर (32.5 करोड़ रुपये) का इनाम था। फजलुल्लाह पाकिस्तान में कई खूनी हमले और साल 2010 में न्यू यॉर्क में टाइम्स स्क्वॉयर कार बम विस्फोट की कोशिश में शामिल था।
पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार कई आक्रामक अभियान के बाद तहरीक ए तालिबान को पाकिस्तान से खदेड़ दिया गया, जिसके बाद फजलुल्लाह अफगानिस्तान में छिपा हुआ था। 2013 में वह टीटीपी का सरगना बना। इसके अगले ही साल उसने पेशावर स्कूल हमले की साजिश रची, जिसमें 130 बच्चों समेत 151 लोग मारे गए थे।