समस्तीपुर। दहेज प्रथा पर लगाम लगाने के लिये सरकार की तरफ से चलाये जा रहे तमाम आंदोलन और जागरूकता अभियान के बाद भी दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। यहां तक की शादी की तारीख तय होने और कार्ड छपने के बाद भी दहेज के लोभी पलभर में तय रिश्ते को तोड़ देते हैं।
Do not stay bite of dowry practice: ask the victim to go to Nitish, say, “Do not settle down, otherwise I will commit suicide”
दहेज का ऐसा ही एक मामला कल्याणपुर थाने के झखड़ा गांव से सामने आया है। जहां एक पिता ने अपनी तीसरी बेटी की शादी वारिसनगर थाना क्षेत्र के किशनपुर के रहने वाले सत्येंद्र सुमन से तय की थी। शादी की तारीख भी तय हो गई थी। आगामी 5 जुलाई को शादी होनी थी,जिसको लेकर परिवार के लोग तैयारी में जुट गए थे। शादी का कार्ड छपवाकर सभी लोगों को बांट भी दिया गया था।
शादी से किया इनकार
अचानक लड़के के पिता का फोन आया कि वह यह शादी नहीं करेंगे। इस कॉल ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया। लड़के के पिता ने फोन पर 75 हजार रुपये और एक बुलेट मोटरसाइकिल देने की मांग की। लड़की के पिता ने बताया कि उन्होंने पूर्व में एक लाख पचहत्तर हजार रुपये नगद और ढेर सारा सामान बतौर दहेज लड़के को दिया है। लेकिन अब वो कुछ भी देने में असमर्थ हैं। काफी मिन्नतों के बावजूद लड़के के पिता मानने को तैयार नहीं हुए और लड़की के पिता द्वारा दिये गए रुपये और सारा सामान वापस कर शादी से इनकार कर दिया।
न्याय की गुहार
इस मामले में पीड़ित पिता ने स्थानीय थाना समेत जिले के डीएम और एसपी तक से गुहार लगाई। लेकिन,सिवाए जांच और आश्वासन के पीड़ित परिवार को कुछ भी हासिल नहीं हो सका। वहीं,अब इस रिश्ते के टूटने के बाद लड़की और उसकी मां सदमे में है। अब पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगा रहा है।