नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सौभाग्य स्कीम के लाभार्थियों से नमो ऐप के माध्यम से संवाद किया। बता दें कि पीएम ने 25 जुलाई 2017 को सहज बिजली हर घर योजना-सौभाग्य स्कीम की शुरूआत की थी। पीएम मोदी ने लोगों को नमो ऐप के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आज उन्हें उन 18,000 गांव के लोगों-बंधुओ से मिलने का मौका मिला है जिनके यहां पहली बार बिजली पहुंची है। सदियां बीत गई, अंधेरे में गुजारा किया और शायद सोचा नहीं होगा की मेरे यहां भी बिजली आएगी।
Good luck to the beneficiaries, Modi said the dialogue, the opportunity to get involved in your happiness
पीएम ने जताई खुशी
मेरे लिए खुशी की बात है कि, ‘मुझे आपकी खुशियों में शामिल होने का मौका मिल रहा है। आपके चेहरे के मुस्कान बिजली आने के बाद जीवन में आए बदलाव अपने आपमें बड़ी बात है। जिन्होंने अंधेरा देखा नहीं उन्हें यह नहीं मालूम होता है कि अंधेरा से उजाले की ओर जाने का मतलब क्या होता है।’ आज मुझे देशभर के उन लोगों से मिलने का मौका मिला है जो अंधेरे से निकल कर उजाले की ओर रूख किया है।
सालों अंधेरे के बाद गांव का जीवन रौशन हुआ है। हर व्यक्ति चाहता है कि समय का सदुपयोग हो। लेकिन अगर यह समय बेवजह निकल जाए तो आप क्या करेंगे। आप पुछेंगे की मोदी जी यह क्या पुछ रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आजादी के इतने दिनों के बाद भी जिन लोगों ने कभी बिजली नहीं देखी, जिनका समय सूर्य उदय और सूर्य अस्त में सिमट कर रह गया है। सूरज की रौशनी ही उनके काम करने के घंटे तय करती थी।
मोदी आगे बोले, ‘जब भाजपी की सरकार आई तब हमने देखा कि, अभी तक कई गांव ऐसे है जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है।’ पिछली सरकार ने बिजली लाने के वायदे तो किए लेकिन उसे जमीनी स्तर तक कभी नहीं लाया गया । सौभाग्य स्कीम के तहत शहरी और ग्रामिण इलाकों के एपीएल सहित अन्य गरीब परिवार के लोगों को फ्री बिजली मुहैया कराया जाना है। मोदी सरकार ने पूरे देश में बिजली से वंचित 4 करोड़ घरो में दिसंबर 2018 तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य ले रखा है। बता दें कि, ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आरईसी) को सौभाग्य योजना के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।