नई दिल्ली। केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से ठीक पहले शिवसेना ने एनडीए को झटका दिया है। शिवसेना ने फैसला किया है कि वह अविश्वास प्रस्ताव के दौरान वोटिंग से गैरहाजिर रहेगी। शिवसेना ने कहा है कि मोदी सरकार ने 2014 में किए गए अपने वादों को पूरा नहीं किया और लोगों के अंदर सरकार के खिलाफ अविश्वास है।
Shiv Sena gives BJP a shock, non-confidence motion will remain non-voting during voting
शुक्रवार को शिवसेना की संसदीय दल की बैठक में पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे ने अपने सांसदों को वोटिंग से गैरहाजिर रहने का निर्देश दिया है। पार्टी हाइकमान की इस फैसले की जानकारी देते हुए संजय राउत ने कहा कि हम एनडीए में जरूर हैं लेकिन वोट नहीं करने का निर्णय हुआ है। संजय राउत ने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 में जनता से किए गए वादे को पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अविश्वास केवल सदन में नहीं, जनता में भी होता है और हम जनता के साथ हैं।
संजय राउत ने मोदी सरकार पर केवल भाषणबाजी और जुमलेबाजी का भी आरोप लगाया। एक तरह से कहें तो शिवसेना ने बीच का रास्ता चुना है। शिवसेना ने अपनी नाराजगी को भी स्वर दिया है और यह भी सुनिश्चित किया है कि मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष का नंबर गेम मजबूत न हो। आपको बता दें कि मोदी सरकार के खिलाफ आज संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस और वोटिंग होगी।
बह 11 बजे से चर्चा शुरू होकर देर शाम तक जारी रह सकती है। अविश्वास प्रस्ताव लानेवाला मुख्य दल तेलुगू देशम पार्टी आज लोकसभा में इस पर चर्चा की शुरूआत करेगा। स्पीकर ने पार्टी को बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है। टीडीपी की ओर से जयदेव गल्ला पहले वक्ता होंगे। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को प्रस्ताव पर अपने विचार रखने के लिए 38 मिनट का समय दिया गया है। सत्तारूढ़ बीजेपी को चर्चा में तीन घंटे और 33 मिनट का समय दिया गया है।
आपको बता दें कि गुरुवार को बीजेडी के सांसद बैजयंत पांडा का इस्तीफा स्वीकार किया गया था। इस हिसाब से लोकसभा में प्रभावी संख्या 533 है, जिसमें स्पीकर भी शामिल हैं। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 267 पर बनता है। शिवसेना के 18 सांसद हैं और अगर वोटिंग से ये गैरहाजिर रहते हैं तो सदन की प्रभावी संख्या घटकर 515 रह जाएगी। इस हिसाब से बहुमत का आंकड़ा 258 पर आ जाएगा।