नई दिल्ली। अपनी खामोशी के लिए विरोधियों की आलोचनाएं झेलने वाले पूर्व पीएम और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह रविवार को पीएम मोदी के खिलाफ मुखर दिखे। कांग्रेस वर्किंग कमिटी (सीडब्ल्यूसी ) की बैठक में मनमोहन सिंह ने आत्ममुग्धता और जुमलेबाजी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। पूर्व पीएम ने किसानों की आय दोगुना करने के वादे पर कहा है कि कृषि में 14 फीसदी की विकास दर हासिल किए बिना यह संभव नहीं है।
Prime Minister Manmohan Singh has said that the situation in farmers’ situation will not improve.
रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नव नियुक्त उहउ की बैठक बुलाई। इस बैठक की जानकारी देते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि मनमोहन सिंह ने विकास के लिए मजबूत पॉलिसी फ्रेमवर्क बनाने की बजाय जुमलेबाजी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा।
सुरेजावाला ने बताया कि बैठक में राहुल गांधी ने पीड़ितों के हक में लड़ने और आवाज उठाने के लिए कांग्रेस के कार्यकतार्ओं का आह्वान किया। इसी दौरान पूर्व पीएम ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के मोदी सरकार के वादे पर भी टिप्पणी की। मनमोहन सिंह ने कहा कि अगर 2022 तक हमें किसानों की आय को दोगुना करना है तो कृषि में 14 फीसदी की विकास दर होनी चाहिए जिसकी फिलहाल कोई संभावना नहीं दिख रही। आपको बता दें कि इस साल वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018 के लिए पेश किए गए आर्थिक सर्वे में कृषि क्षेत्र में 2.1 फीसदी विकास दर का अनुमान जताया था।
पिछले दिनों मोदी सरकार ने किसानों के लिए खरीफ की 14 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने का फैसला किया था। इसके बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी इसका जोरशोर से प्रचार करने में जुटी है। बीजेपी का कहना है कि पीएम मोदी ने किसानों से किया गया वादा पूरा किया है। ऐसे में मनमोहन सिंह की इस टिप्पणी को बीजेपी के प्रचार के काट के तौर पर भी जोड़कर देखा जा रहा है।
रविवार को राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई कांग्रेस की इस उच्च स्तरीय बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अलावा, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, एके एंटनी, मोतीलाल वोरा, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मौजूद थे। पिछले शुक्रवार को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिर जाने के बाद पार्लियामेंट एनेक्सी में कांग्रेस की इस अहम बैठक का आयोजन किया गया था।