पेशावर। 25 जुलाई को होने जा रहे पाकिस्तानी चुनाव में हिंसा के डर को देखते हुए पेशावर में पहले ही 1000 कफन तैयार कर लिए गए हैं। पेशावर के डेप्युटी कमिशनर ने इसकी जानकारी दी है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से बात करते हुए डेप्युटी कमिशनर इमरान हामिद शेख ने बताया कि वे किसी भी तरह की स्थिति से निपटने को तैयार हैं।
1000 shrouds ready before voting in Pakistan, the fear of violence is violence
उन्होंने कहा कि उन्हें शांतिपूर्ण चुनाव होने की उम्मीद है लेकिन वे किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने चुनाव वाले दिन अफगान शरणार्थियों के भी शहर में गतिविधियों पर रोक लगा दी है। बता दें कि पेशावर में हिंसा का इतिहास रहा है और यह कई आतंकी हमले झेल चुका है। 10 जुलाई 2018 को एक रैली के दौरान हुए आत्मघाती हमले में 22 लोग मारे गए थे। इनमें आवामी नैशनल पार्टी के उम्मीदवार भी शामिल थे। साल 2014 में, पेशावर स्थित आर्मी स्कूल में तालिबानी आतंकियों ने हमला कर दिया था। इसमें 149 लोग मारे गए थे, जिनमें से 132 स्कूली छात्र थे।
डेप्युटी कमिशनर ने बताया कि पेशावर में 1, 217 पोलिंग बूथ हैं, जिनमें से 655 पुरुषों और 517 महिलाओं के लिए हैं। उन्होंने बताया कि 45 पोलिंग स्टेशन पुरुष और महिला दोनों के लिए होंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस सीसीटीवी कैमरा के जरिए इन बूथों पर नजर रखेगी। पोलिंग बूथ पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल को भी बैन कर दिया गया है।