नई दिल्ली। यूपी में एसपी और बीएसपी के हाथ मिलाने से बीजेपी को उपचुनाव में मिली करारी मात के बाद अब मध्य प्रदेश समेत तीन राज्यों में कांग्रेस और बीएसपी के संभावित गठजोड़ को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी की चिंताएं बढ़ गई हैं। बीजेपी को लगने लगा है कि अगर इन दोनों पार्टियों ने हाथ मिला लिया तो उसके लिए तीनों ही राज्यों की राह और मुश्किल हो जाएगी। हालांकि, पार्टी यह मानकर चल रही है कि छत्तीसगढ़ में अगर अजीत जोगी की पार्टी इस गठजोड़ में शामिल नहीं हुई तो उससे बीजेपी को मदद मिल सकती है।
Before the election in three states, BJP’s concerns over the Congress-BSP coalition
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि सबसे ज्यादा चिंता मध्य प्रदेश को लेकर है। इसकी वजह यह है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में से मध्य प्रदेश में बीएसपी का सबसे ज्यादा आधार है। अगर बीएसपी और कांग्रेस ने मिलकर यह चुनाव लड़ा तो कम से कम वोट प्रतिशत के मामले में जरूर बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सकती है। बीजेपी के एक सीनियर नेता के मुताबिक, मध्य प्रदेश में बीजेपी का संगठन बेहद मजबूत है और कांग्रेस को जोरदार टक्कर दे सकता है।
पार्टी सूत्रों का मानना है कि दोनों पार्टियों के मिलकर लड़ने से 25 सीटों पर समीकरण गड़बड़ा सकते हैं। इसके अलावा बीएसपी का वोट ट्रांसफर होने से पूरे राज्य में कम से कम 50 सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस को एक से तीन फीसदी तक अतिरिक्त वोट मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में भी गठजोड़ हुआ तो यह बीजेपी के लिए मुसीबत बन सकता है। यहां भी बीएसपी का लगभग 4 फीसदी वोट है। अगर पिछली बार यह गठजोड़ हुआ होता तो बीजेपी के लिए सरकार बनाना शायद मुश्किल होता।
‘बीजेपी को विश्वास, कुछ नुकसान नहीं होगा’
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा का कहना है कि अगर कांग्रेस और बीएसपी हाथ मिलाते हैं तो इससे यह भी मेसेज जाएगा कि कांग्रेस ने एक तरह से पहले ही हार मान ली है, इसलिए वह बीएसपी से मदद ले रही है। उनका कहना है कि बीएसपी के बूते कांग्रेस भले ही सत्ता में आने के सपने देखे, लेकिन उसे याद रखना चाहिए कि मध्य प्रदेश में जात-पात का ज्यादा असर नहीं है। ऐसे में बीजेपी के लिए यह गठजोड़ ज्यादा चिंताजनक नहीं है।