भाजपा -कांग्रेस ने की अजय सिंह की घेराबंदी, मां द्वारा केस लगाने के बाद से आहत हैं नेता प्रतिपक्ष

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भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की विरोधी दल भारतीय जनता पार्टी ही नहीं कांग्रेस में भी घेराबंदी कर दी गई है। मां द्वारा भरण पोषण का केस लगाने के बाद से अजय सिंह के विरोधी उन्हें कमजोर करने में लगे हैं। मां के केस में जिस तरह से सत्ता से जुड़े लोगों द्वारा अजय सिंह के खिलाफ रुचि ली जा रही है, उसे राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं बावरिया से दुर्व्यवहार मामले में अजय सिंह खुद माफी मांग चुके हैं इसके बावजूद भी समर्थकों पर गाज गिरना उनकी संगठन में घेराबंदी से जोड़कर देखा जा रहा है।
BJP-Congress has sacked Ajay Singh, mother is hurt after wearing a case by leader
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह पत्रकारों से चर्चा में यह स्वीकार कर चुके हैं कि जिस दिन मां सरोज सिंह ने उनके खिलाफ केस लगाया उसी दिन से वे डैमेज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ के लिए परिवार को तोड़ने का काम कर रहे हैं। मां की मांग पर उन्होंने फिर दोहराया कि मां जहां चाहे वहां रहे, उसे कोई रोक नहीं है।

या तो साथ रहे या केरवा कोठी में नहीं रहना चाहतीं तो देश के किसी भ्ीा शहर में रहे। उसके लिए घर एवं उसके सभी खर्चे भी वे उठाएंगे। अजय सिंह मां के केस से जूझ रहे थे कि पार्टी उनके सर्मथकों पर कार्रवाई करके उन्हें संगठन में कमजोर करने की कोशिश की है। यह कार्रवाई तब की गई है जब वे सार्वजनिक तौर पर बावरिया के साथ हुए घटनाक्रम पर माफी मांग चुके हैं।

चुनाव तक मुख्यमंत्री से नहीं मिलना चाहते अजय
अपनी ही मां द्वारा भरण पोषण का केस न्यायालय में लगाने के बाद से आहत नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ऐलान किया है कि वे अब चुनाव तक मुख्यमंत्री से नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री से मिलने की इच्छा भी नहीं है। यदि किसी कार्यक्रम में आमना-सामना हुआ तो बात अलग है, लेकिन वे कभी जानकर उनके सामने नहीं आएंगे। जब उनसे पूछा गया कि विधानसभा सत्र के दौरान तो मुख्यमंत्री से उनका आमना-सामना होगा। तब उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान विधानसभा में सीएम के सामने आना उनकी मजबूरी होगी।

नियुक्ति को लेकर दर्ज कराएंगे विरोध
विधानसभा में नियम विरुद्ध हो रहीं नियुक्तियों पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे इसका विरोध दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा सचिवालय द्वारा नियम विरुद्ध भर्तियां करना उनकी जानकारी में नहीं है। वे इसका विरोध करते हैं।

फिजूलखर्ची बताकर लौटाईं दीनदयाल की किताबें
अजय सिंह ने दीनदयाल उपाध्याय पर छपवाईं गई किताबों को फिजूलखर्ची बताकर लौटा दिया है। उनकी ओर से एक पत्र भी लिखा जा रहा है। जिसमें कहा है कि वे दीनदयाल उपाध्याय को नहीं जानते। किताबें छपवाना फिजूलखर्ची है।