देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थितियां, हिमांचल में 18 लोगों की मौत, केरल में एक लाख हुए बेघर

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शिमला/जम्मू/कोझिकोड। देश के कई हिस्सों में बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थितियां बन गई हैं। उत्तर में हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से लेकर दक्षिण में केरल तक बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं आपात स्थिति में प्राकृतिक आपदा से निबटने के लिए सेना, एनडीआरएफ समेत तमाम एजेंसियों के जवान लगातार आम लोगों तक राहत पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
In many states of the country like floods, 18 people died in Himachal, one lakh homeless in Kerala
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। भारी बारिश के कारण शिमला समेत राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थितियां बन गई हैं। मौसम विभाग की ओर से अगले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जिसे देखते हुए सरकार ने लोगों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

केरल में बाढ़ से 1 लाख लोग बेघर
उत्तर भारत के अलावा दक्षिण में केरल के तमाम इलाकों में अब भी बाढ़ जैसी स्थितियां बनी हुई हैं। केरल के कोझिकोड, इदुक्की, मलप्पुरम, कन्नूर और वायनाड इलाकों में बाढ़ की स्थितियां बनी हुई हैं। वर्षा और बाढ़ की स्थितियों के कारण अब तक राज्य में कुल 39 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1 लाख से ज्यादा लोगों को बेघर होना पड़ा है। केरल में बाढ़ के हालत के बीच राहत कार्यों के लिए सेना और नेवी के जवान लगातार लोगों को रेस्क्यू करने में जुटे हुए हैं, इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा राहत कार्यों के लिए राज्य को 100 करोड़ की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।

बाढ़-भूस्खलन ने सोलन को झकझोरा
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर कुल्ल, सोलन, मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिलों में हुआ है। सोलन में बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में 8 लोगों की मौत हुई है। जबकि मंडी में 4, हमीरपुर और कांगड़ा जिले 2 लोगों की मौत होने की सूचना मिली है। इसके अलावा बिलासपुर और ऊना जिलों में एक-एक सदस्य की मौत हुई है।

सीएम ने बुलाई अधिकारियों की आपात बैठक
बाढ़ के हालात के बीच सीएम जयराम ठाकुर ने शिमला में आपात बैठक कर अधिकारियों को बाढ़ राहत कार्य के लिए हर संभव इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। साथ-साथ सरकार द्वारा उच्च पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की स्थितियों से निपटने के लिए मशीनों की तैनाती भी की गई है। बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के तमाम इलाकों से संपर्क टूट गया है। इसके अलावा राज्य में 900 से ज्यादा सड़कें भी बारिश के बीच बंद हो गई हैं।

राजमार्गों पर वाहनों की आवाजाही बंद
बारिश के कारण तमाम इलाकों में भूस्खलन होने की जानकारी मिली है, जिसका सर्वाधिक असर राजमार्गों पर वाहनों की आवाजाही पर पड़ रहा है। बारिश के कारण धर्मशाला-शिमला राजमार्ग और चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोकी गई है। इसके साथ ही सरकार की ओर से परिवहन निगम के चालकों को किसी भी प्रकार का जोखिम ना उठाने के निर्देश दिए गए हैं। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थितियों से निबटने के लिए सरकार द्वारा विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। साथ ही बाढ़ राहत कार्यों के लिए 96 करोड़ रुपये की राशि अवमुक्त की गई है।