…जब शादी से बचने के लिए अटल बिहारी ने खुद को 3 दिनों तक किया कमरे में लॉक

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कानपुर। एक प्रखर वक्ता, दृढ़ राजनेता और कवि हृदय वाले देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निजी जीवन से जुड़ा एक ऐसा सवाल है, जिसका ठोस जवाब शायद किसी के भी पास नहीं। यह सवाल है शादी का, जिसके बारे में खुद अटल जी ने भी कभी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा। लेकिन दिवंगत पीएम के छात्र जीवन के दिनों से जुड़ा एक किस्सा ऐसा भी है, जब उन्होंने शादी से बचने के लिए खुद को कमरे में 3 दिनों तक बंद कर लिया था।
… to avoid marriage when AB took herself for 3 days locked in the room.
1940 के दशक में जब अटल बिहारी कानपुर के डीएवी कॉलेज में पोस्ट ग्रैजुएशन की पढ़ाई कर रहे थे, उस दौरान गोरे लाल त्रिपाठी के साथ उनकी गहरी दोस्ती थी। दोनों आरएसएस की शाखा में जाते थे, जहां उनमें दोस्ती हुई। दिवंगत गोरे लाल त्रिपाठी के बेटे विजय प्रकाश ने अटल जी के जीवन से जुड़ा एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि जब अटल जी को यह बात पता चली कि उनके माता-पिता शादी की तैयारी कर रहे हैं, तो उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया।

प्रकाश ने बताया, ‘मेरे पिता बताते थे कि अटल जी शादी की बात सुनकर पटारा ब्लॉक के रायपुर ब्लॉक स्थित हमारे घर में चले आए और खुद को एक कमरे में तीन दिनों तक लॉक कर लिया। खाना-पानी या टॉइलट के इस्तेमाल के समय ही वह बाहर निकलते थे। सभी के यह पूछने पर कि शादी क्यों नहीं करना चाहते, अटल जी जवाब देते थे कि वह खुद की जिंदगी राष्ट्र को समर्पित करना चाहते हैं और शादी इस काम में बाधा बनेगी।’

विजय ने बताया, ‘राष्ट्रीय स्तर के राजनेता बनने के बाद भी वह अपने पुराने दोस्तों और सहयोगियों को भूले नहीं थे। मैं 1989 में उनसे लखनऊ में मिला, जब वह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। उनके प्रयासों से ही मुझे कानपुर की एक मैगजीन में नौकरी मिल गई। उन्हें कानपुर से बहुत लगाव था और अपने परिचितों के घर शादी कार्यक्रमों में जाना नहीं भूलते थे।’