भोपाल। राजधानी के कमलापार्क इलाके में भारी बारिश के चलते एक मकान की दीवार गिर गई जिसमें दो बच्चों सहित एक महिला की मौत हो गई। वहीं भारी बारिश के चलते शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया। मानसून के दोबारा लौटने के बाद प्रदेश में बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया है।
Rains in the capital, 3 people die due to wall collapse
राजधानी में पिछले 24 घंटे में राजधानी में हुई बारिश ने एक बार फिर कहर बरपा दिया है. लंबे समय से शांत बैठा मानसून ऐसा सक्रिय हुआ कि राजधानी को पानी से तरबतर कर दिया लेकिन यह बारिश कई लोगों के लिए मुसीबत का सबब साबित हुई है. राजधानी के रानी कमलापार्क के पास धोबी घाट के समीप रहने वाला एक परिवार इस बरसात को शायद कभी नहीं भुला पाएगा क्योंकि देर रात हुई इस बारिश की वजह से इस परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई तो वहीं 3 सदस्य गंभीर हालत में हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं.
कई घंटों तक चली बारिश की वजह से नाले उफान पर आ गए और यही पास में रहने वाली का घर इसकी चपेट में आ गया. देर रात अचानक घर की एक दीवार ढह गई और गहरी नींद में सो रहे 3 लोग इसकी चपेट में आ गए. शुमाइला अपनी दोनो लड़कियां तंजीम और अरीबा को आने वाली ईद की खुशियों की लोरियों सुला कर नीद के आगोश में समा चुकी थी। प्रोफेसर कॉलोनी स्थित पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के पुराने बंगले की दीवार देर रात हुई बारिश की वजह से अचानक गिर पड़ी दीवार के पीछे ही पीड़ितों का घर था जिसकी वजह से वह इसकी चपेट में आ गए.
वहीं दूसरी ओर शहर के काजी कैंप टीला जमालपुरा के पास नाले में 15 साल का बच्चा बह गया है जिसकी तलाश में पुलिस और नगर निगम का अमला जुट चुका है. हादसे के बाद महापौर आलोक शर्मा भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े कमिश्नर डीआईजी एसपी सहित तमाम आला अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया है.
भोपाल कलेक्टर सुदाम खाड़े ने पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की बात भी कही है. हालांकि इस हादसे ने एक बार फिर भोपाल नगर निगम की पोल खोलकर रख दी है जब भी तेज बारिश होती है इस तरह के हादसे सामने आते हैं लेकिन इसके बावजूद भी प्रशासन और नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं करता है. आज भी भोपाल में अनगिनत मकान नालों पर और नानू के आसपास बनाए गए हैं जो अक्सर भारी बारिश होने की वजह से हादसों का कारण बनते हैं. हालांकि प्रशासन ने मृतक के परिवार को 4 लाख मुआवजे की घोषणा की है.
रायसेन: 12 घंटे से जारी है बारिश का कहर, कई संपर्क मार्गों पर यातायात हुआ बंद
उधर जिले में 12 घंटे लगातार बारिश से रायसेन का हाल बेहाल हो गया है। वहीं निचली बस्तियों और घरों में पानी भर जाने से हालात बद से बदतर हो गए हैं। रायसेन का सभी जिलों से संपर्क टूट गया है, वहीं यात्री भी नाले के दोनों तरफ फंसे हुए है ,जिससे यात्रियों को काफी परेशानी परेशानी का सामना करना पड़ रहा.
रायसेन में मात्र 12 घंटे की बारिश ने केरल जैसे हालात पैदा कर दिए हैं जहां देखो वहां सिर्फ पानी ही नजर आ रहा है. निचली बस्तियों और घरों में पानी भर जाने से हालात खराब होते दिख रहे हैं। वही रायसेन जिले का संपर्क सभी जगह से टूट गया है. रायसेन से भोपाल मार्ग पर दरगाह शरीफ के पास 12 फीट पानी भर गया है तो विदिशा जाने वाली कोड़ी नदी पर 15 फीट से ऊपर पानी बह रहा है .यहां तक की टोल टैक्स नाके पर भी 3 फीट पानी अभी भी है.
जानकारी के मुताबिक रात में एक मोटरसाइकिल सवार बह गया था जिसे रायसेन पुलिस, एनडीआरएफ की टीम और कुछ युवाओं ने मिलकर कर बचाया और जिला अस्पताल में इलाज कराने के बाद उसके रिश्तेदार के यहां छोड़ दिया, वहीं रास्ता जाम होने के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं यात्रियों का कहना है कि हम दो-तीन नाले पार करते हुए आ गए मगर अब रायसेन दरगाह पर खड़े हैं यहां तक एंबुलेंस भी पानी भर जाने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रही है.
रायसेन कलेक्टर एस प्रिया मिश्रा, पुलिस अदिक्षक जगत सिंह राजपूत और रायसेन रऊट एम पी भी सारी रात मौजूदा हालात पर नजर रखे हुए है. वहीं एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू करके सागर मार्ग पर बने अमरावद घाटी के नाले से 5 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला।