8 महीने में 12 को फांसी, लटका एक भी नहीं, बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपियों को जल्द मिल रही सजा

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भोपाल। प्रदेश में मासूमों से दुष्कर्म के माामले में फांसी की सजा का कानून लागू होने के बााद से 21 अगस्त तक 12 मामलों में फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। जिसमें मंगलवार को मंदसौर दुष्कर्म के आरोपियों को भी फांसी की सजा भी शामिल है। 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपियों के सजा सुनाने में मप्र देश में सबसे आगे हैं। हालांकि अभी तक एक भी आरोपी को फांसी पर नहीं लटकाया गया है।
12 months hanging in 12, not hanging one, children get raped
फांसी की सजा का कानून लागू होने के बाद 8 लोगों को बच्चियों से रेप के जुर्म में फांसी की सजा का ऐलान हो चुका है। मंगलवार को मंदसौर गैंगरेप के दोषियों को सजा-ए-मौत के साथ ही वर्ष 2018 में प्रदेश में 15वीं फांसी की सजा दी गई है। 16 अगस्त को एक शादीशुदा महिला से रेप और हत्या के मामले में डेथ पेनल्टी दी गई थी। अकेले अगस्त में 6 मामलों में मौत की सजा का ऐलान हो चुका है। जुलाई में 3, जून में 1 और मई में 2 लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है। जिनमें ग्वालियर, दतिया में मासूम के साथ दुष्कर्म का मामला भी शामिल है।

 

एक महीने में छह मौत की सजा सुनाई जाना एक रेकॉर्ड है। इस सफलता का श्रेय अभियोजन पक्ष और पुलिस को जाता है।
राजेंद्र कुमार, लोक अभियोजन महानिदेशक

मंदसौर रेप के मामले में सजा के लिए कोर्ट के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। वास्तव में इन नरपिशाचों के लिए इस दुनिया में कोई जगह नहीं है। ऐसे मामलों में फांसी की सजा से कम कुछ भी नहीं होना चाहिए। बेटी को न्याय दिलाने के लिए पुलिस, लोक अभियोजक, विशेषज्ञों की टीम ने सराहनीय कार्य किया है।
शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री