लखनऊ। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव अब अलग राह तलाश रहे हैं। वह पिछले डेढ़ साल से समाजवादी पार्टी में बिना किसी जिम्मेदारी के हैं। समाजवादी पार्टी के भीतर भी अब चर्चा होने लगी है कि शिवपाल यादव ने पूरी तरह मन बना लिया है और वह कोई अलग राह पकड़ सकते हैं। बस इसके लिए वह सिर्फ अपने बड़े भाई और एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव को मनाने में जुटे हैं।
Shivpal Yadav, looking for a different path, said – End of waiting limit, how much neglect
लोकसभा चुनाव से पहले ले सकते हैं फैसला
शिवपाल यादव के करीबियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले वह कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं, क्योंकि अब इंतजार की सारी सीमाएं पार हो चुकी हैं। शिवपाल ने भी रविवार को अपनी बहन से राखी बंधवाने के बाद एक बार फिर बयान दिया है कि उन्हें पार्टी में जिम्मेदारी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा,’ इंतजार करते डेढ़ साल हो चुके हैं, आखिर कितनी उपेक्षा बर्दाश्त की जाए। सहने की कोई सीमा होती है। हालांकि, अब भी मेरी इच्छा है कि सब मिलकर साथ लड़ें।’
दरअसल शिवपाल यादव को उनके बड़े भाई मुलायम सिंह यादव ने पिछले साल ही भरोसा दिलाया था कि एसपी में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। पिछले साल जब एसपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई तो भी यह तय माना जा रहा था कि उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया जाएगा। हालांकि, उनके दूसरे बड़े भाई प्रफेसर रामगोपाल यादव को प्रधान महासचिव तो बना दिया गया, पर उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। इससे वह पहले निराश थे और अब हताश हो चुके हैं।
दूसरे दलों के सम्पर्क में
शिवपाल यादव बीते डेढ़ साल से केवल जिलों में जनसम्पर्क अभियान में जुटे हैं। शायद ही कोई हफ्ता गुजरता हो, जिसमें उनका किसी न किसी जिले में कार्यक्रम न लगा हो। अपने समर्थकों के हर दुख-सुख में वह साथ खड़े हो रहे हैं। उनके एक समर्थक ने तो बाकायदा सेक्युलर मोर्चा भी बना लिया है। वहीं, शिवपाल यादव दूसरे दलों से भी सम्पर्क बनाए हुए हैं।
योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद वह तीन बार उनसे मिल चुके हैं। वह क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी पत्र भी लिखते रहे हैं। उनके करीबियों का कहना है कि शिवपाल के रिश्ते कांग्रेस और बीजेपी दोनों में काफी अच्छे हैं। हाल ही में वह लखनऊ में अटल कलश यात्रा में भी मुलायम के साथ पहुंचे। वहां भी उन्हें बीजेपी नेताओं ने हाथों-हाथ लिया।
सीएम योगी के आने पर शिवपाल ने बाकायदा खड़े होकर उनका अभिवादन भी किया। दूसरी ओर मुलायम सिंह द्वारा बनाया गया लोहिया ट्रस्ट भी पिछले एक महीने से सक्रिय हो गया है। ट्रस्ट के सचिव शिवपाल भी यहां बैठने लगे हैं और अपने कार्यकतार्ओं से मिल रहे हैं।