नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर मोहल्ला क्लीनिक परियोजना के तहत समुचित सेवा मुहैया नहीं करायी गयी तो वह उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. आम आदमी पार्टी सरकार की इस योजना का लक्ष्य दिल्ली की आम जनता को मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना है. बता दें कि शहर में 188 मोहल्ला क्लीनिक हैं.
Kejriwal’s strict orders regarding the Mohalla Clinic project, the instructions given to the officials
बुधवार को एक अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों के साथ बैठक कर उनसे कहा कि सरकार इसमें कोई लारवाही बर्दास्त नहीं करेगी. आम आदमी पार्टी के मुखिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनसे कहा, जरूरत पड़ने पर हम कार्रवाई करने को तैयार हैं. हमें कड़ी कार्रवाई करने के लिए मजबूर ना करें. यदि दवाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो मैं संबंधित अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराने के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूं.
उन्होंने अधिकारियों को फाइलों में होने वाली देरी को लेकर भी चेताया. गौरतलब है कि मोहल्ला क्लीनिकों में कई तरह की शिकायतें आ रही हैं. कभी दवाओं के न होने की शिकायत तो कभी बंद रहने की शिकायत. यही वजह है कि इस बार अरविंद केजरीवाल ने सख्ती दिखाई है.