नई दिल्ली। शराब कारोबारी द्वारा भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री से मुलाकात की खबरों को अरुण जेटली ने ब्लॉग लिखकर खारिज किया है। अपने ब्लॉग में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लिखा, ‘विजय माल्या ने कहा कि वह भारत छोड़ने से पहले सेटलमेंट आॅफर को लेकर मुझसे मिले थे। तथ्यात्मक रूप से यह बयान पूरी तरह झूठ है। 2014 से अब तक मैंने माल्या को मुलाकात के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं दिया है, ऐसे में मुझसे मिलने का सवाल ही नहीं उठता।’
Arun Jaitley told the statement of liquor businessman, lies, said-no meeting with Mallya
अपने ब्लॉग में जेटली ने कहा, ‘हालांकि वह राज्यसभा सदस्य थे और कभी-कभी सदन में आते थे। सदन की कार्रवाई के बाद एक बार मैं अपने कमरे की तरफ जा रह था। वह दौड़ते हुए मेरी तरफ आए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था,’मैं सेटलमेंट के लिए एक आॅफर तैयार कर रहा हूं।’ मैंने उनके आॅफर को जानने की भी कोशिश नहीं की।
मैंने माल्या से कहा, ‘मेरे सामने आॅफर रखने का कोई मतलब ही नहीं है, उन्हें यह बात अपने बैंकों के सामने रखनी चाहिए।’ यहां तक कि वह उस दौरान अपने हाथ में जो पेपर लिए हुए थे, मैंने उन्हें भी नहीं लिया।’ इसके कुछ देर बाद विजय माल्या ने सफाई देते हुए कहा, ‘मैंने संसद में उनसे मुलाकात की थी और उन्हें बताया था कि मैं लंदन के लिए निकल रहा हूं।
उनके साथ मेरी कोई अधिकारिक मुलाकात नहीं हुई। इसके बाद समय के साथ मैंने संसद में कई सहयोगियों से मुलाकात की और अपने बकाए को सेटल करने की इच्छा के बारे में बताया। मुझे नहीं लगता कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी देनी चाहिए।’ बता दें कि शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले में चल रही सुनवाई के दौरान माल्या ने एक बयान देकर बड़ा धमाका कर दिया है।
माल्या ने कहा कि वह भारत छोड़ने से पहले वित्तमंत्री से मिलकर आए थे। माल्या ने कहा, ‘वह सेटलमेंट को लेकर वित्त मंत्री से मिले थे, लेकिन बैंकों ने मेरे सेटलमेंट प्लान को लेकर सवाल खड़े किए।’ माल्या ने कहा कि वह अपना बकाया चुकाने के लिए तैयार हैं। माल्या के बयान के बाद कांग्रेस ने सरकार और वित्त मंत्री को घेरा।
सीनियर वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘कांग्रेस लंबे समय से यह कह रही है कि सिर्फ विजय माल्या ही नहीं, बल्कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी और कई अन्य को बिना कार्रवाई जाने दिया गया।’ वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘विजय माल्या, तो श्री अरुण जेटली से मिल,विदाई लेकर,देश का पैसा लेकर भाग गया है? चौकीदार नहीं,भागीदार है!’