शशी कुमार केसवानी
भोपाल के खाने वालों के लिए एक ऐसी नई जगह खुल गई है जहां पूरे विश्वास के साथ शुद्ध शाकाहारी खाना मिलता है। जी हां होटल रेडीशंस के अंदर एक पूरा रेस्टोरेंट तीसरे फ्लोर पर खुला है। जिसका किचन भी वहीं पर बनाया गया है। आप चाहे तो बनता हुआ खाना भी देख सकते है। जी हां इस रेस्टोरेंट का नाम है प्योर वेजीटेरियन रेस्टोरेंट जहां पर आपको गुजरात के खानों का स्वाद के साथ में राजस्थान के खानों का भी स्वाद मिलेगा। गुजराती और मारवाड़ी खाना अपने आप में एक अलग स्वाद के साथ होता है।
जिसके लिए राजस्थान से विशेष तौर पर महाराज को बुलाया गया है। जिसका नाम शंकर शेखावत है। आज कल जिन्हें शेफ कहा जाता है असल में उन्हें या तो पहले महाराज कहा जाता था या खानसामा कहा जाता था पर मेरे को शंकर शेखावत तो पूरी तरह से एक बढ़िया महाराज दिखे जो गुजराती और राजस्थानी खाने के विशेष तौर पर विशेषज्ञों में से एक है उनके हाथ का बना हुआ हर व्यंजन का अलग स्वाद था। खमन, पात्रा, मिट्टी के गोले, जोधपुरी मिर्ची, मिर्ची का पकोड़ा, अंजीर मकई के कबाब, पनीर टिक्का, दाल बाटी चूरमा, गट्टे का पुलाव, पटाटा लू साक, राजस्थानी पनीर, नवरत्न कबाब, ठेपला, ब्लेक मावा बाटी रबड़ी, बादाम का हलवा, राजभोग ऐसे ही कई व्यंजन जिनका स्वाद बताया नहीं जा सकता वो तो खाने के बाद ही महसूस किया जा सकता है। साथ ही में एक अलग तरह का सूप जिसका स्वाद आपको अलग ही मजा देगा।
मावा बाटी सच में मावा बाटी महसूस हो रही थी नहीं तो आमतौर पर मेदा बाटी खाते है। मेरे को तो इसी तरह के देशी खाने हमेशा बहुत पसंद आते है पर मैं सभी तरह के खानों का स्वाद लेता हूं। आपको जाने पर वह इसके अलावा कई ऐसे लजीज स्वाद मिलेंगे जो शायद मैं नहीं चख पाया तो एक बार जरूर जाकर शेफ दिवायन और महाराज शंकर शेखावत के हाथों के जादू का मजा लिजिए। रेस्टोंरेंट का इंटीनियर भी शेफ दिवायन ने किया है जो अपने आप में एक अलग फील देता है। बहुत ही सुंदर के साथ-साथ देशी तरह का माहौल मिलता है बैठने को। मैंने तो सबके मजे ले लिए अब आपकी बारी। इन सब व्यंजनों के साथ में तीन तरह की चटनियां एक अलग ही स्वाद दे रही थी। जिनके उपयोग से सारे व्यंजनों का स्वाद कई गुना बढ़ रहा था।