अखिलेश का बंगला, मेरा अंगना

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सुधीर निगम
दिमाग की बात

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह का अब भूतपूर्व हो चुका सरकारी बंगला इन दिनों सुर्खियों में है। उसके बंगले की तुलना मेरे अंगने से करने की इच्छा हो रही है। और हो भी क्यों न मेरा अंगना उनके बंगले से कम है के। पहले तो वो सरकारी बंगला छोड़ने के लिए दो साल का समय मांगते रहे लेकिन अदालत ने बात नहीं मानी। हम भी तो 20-25 साल का समय मांगते हैं अपना अंगना बनाने के लिए।
Akhilesh’s Bungalow, My Angana
अब बेचारे वो करते भी क्या। क्या सड़क पर रहने लगते। वैसे भी समाजवादी नेताओं के पास अपना होता क्या है मात्र जनता और उसे अधिकार दिलाने की जिद के अलावा। राममनोहर लोहिया की आत्मा वाकई खुश होगी आज। उनके जैसे समाजवादियों का आंदोलन कितना तरक्की कर गया।

आखिलेश ही क्यों बाकी पार्टियों के नेताओं के सरकारी और निजी बंगले देखे हैं, बेचारे कितनी मेहनत करते हैं उसे बनाने में। सारी उम्र मशक्कत करके आशियाना, शायद गलत कह गया आशियाने, बनाने में गुजर जाती है। उसका सुख लेने का मौका देना तो बनता है भाई। मात्र 42 करोड़ रुपए का आंकड़ा ही तो आया है सामने अभी तक। बस इतने में ही लोग नाक भौं सिकोड़ रहे हैं। कितना होता है 42 करोड़, 41 करोड़ से बस एक करोड़ ज्यादा। इतने में कोई सरकारी योजना भी नहीं बनती और लोग कह रहे हैं फ़िज़ूलख़र्ची हो गई।

अब उनके बंगले से मेरे अंगने की तुलना कर लो। मेरे अंगने में भी तो नल की टोंटी लगी है, पानी उससे वही आता है जो अखिलेश के बंगले मे आता होगा। हम तो ज्यादा खुशनसीब है जो नर्मदा का पानी पी रहे हैं। फिर बड़ा कौन। उनके बंगले में विदेशी टाइल्स लगी थी, तो क्या हुआ। इतना बड़ा समाजवादी नेता क्या मेरे जैसी घटिया टाइल्स लगवाएगा। लोहिया जी की तो कुछ इज्जत कर लो, अखिलेश को गालियां देने वालों।

अखिलेश के बंगले में वुडन फ्लोरिंग लगी थी, हमारे अंगने में भी तो इंडियन फ्लोरिंग है। बड़ी मेहनत से बनवाई है। सोचिए वुडन फ्लोरिंग में वे कितने खतरे में रहते होंगे। खतरों से खेलने वाला ही दूसरों के लिए मिसाल बनता है, यही सोचकर उन्होंने उसे लगवाया। समझते नहीं हो।

और अंत में लोगों के आरोपों से परेशान होकर बेचारे अखिलेश ने नल की टोंटी वापस देने की भी घोषणा कर दी है। मुझे चिंता हो रही है पता नहीं उनके नए घर में डिम्पल भाभी अब पानी कैसे भरेंगी।
जय समाजवाद, जय समाजवादी।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार है