क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद सम्मेलन में मप्र के सीहोर जिले का जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर ने किया प्रतिनिधित्व
सीहोर। दादरा-नगर हवेली और दमन-दीव में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, गुजरात, छतीसगढ़ , राजस्थान, गोवा, दमनद्वीप ,महाराष्ट्र के अध्यक्षों ने भाग लिया। इस दौरान शिवप्रकाश द्वारा प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया गया। सबसे महत्वपूर्ण इकाई जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत के बारे में बातें कर उचित मार्ग दर्शन दिया। केंद्रीय कृषि कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने भी मार्गदर्शन दिया।
गोपाल सिंह इंजीनियर ने गिनाए पंचायतों के काम
मप्र के सीहोर जिले से इस सम्मेलन का प्रतिनिधित्व गोपाल सिंह इंजीनियर ने किया। इस मौके पर गोपाल सिंह इंजीनियर ने जल जीवन मिशन, अमृत सरोवर परियोजना, सरबती गेंहू (टेगमार्क) स्वच्छता मिशन, मनरेगा योजना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं गांवों के दौरे पर जाता हूं तो अधिकारी भी साथ जाते है और ग्रामीणों की समस्या का निराकरण करते है। जो विकास कार्य छूट जाते है उनका निराकरण घर पर जनसुनवाई कर करता हूं। इसी के साथ पंचायतों में स्वच्छता के काम भी तेजी से हो रहे है। बड़ी संख्या में शौचालय बनाए गए। अमृत सरोवर से जल संरक्षण को बल मिलेगा किसानों की आय भी तेजी से बढ़ेगी। अमृत सरोवर भी बड़ी संख्या में बन चुके है और कई बन रहे है। उन्होंने कहा अमृत सरोवर योजना का मुख्य उद्देश्य जल की बबार्दी को रोककर उसका बेहतर तरीके से पूरा उपयोग करना है। जल संग्रहण को बढ़ावा देना और भू जल स्तर को बढ़ाना। किसानों के सिंचाई से सम्बंधित समस्याओं का हल करना। किसान के फसल की पैदावार में बढ़ोतरी करना। किसानों की आय बढ़ाना। मछलीपालन को प्रोत्साहित करना। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता,राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भाजपा दमन द्वीप के प्रदेश अध्यक्ष सांसद आदि वरिष्ठ जनों से से मुलाकात हुई।
हम नई बुलंदियों को प्राप्त करेंगे : मोदी
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा- हम संगठन में विश्वास करते हैं, हम संस्कारों में विश्वास करते हैं, हम समर्पण में विश्वास करते हैं और हम सामूहिकता के संस्कारों के साथ सामूहिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ें और जो जिम्मेदारी मिले उसके लिए निरंतर अपनी योग्यता और अपना कौशल बढ़ाते जाएं। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मैंने कार्यशैली बनाई थी। इसका मुझे बड़ा फायदा होता था। मैं हर वर्ष एक विषय तय करता था। जैसे मैंने गर्ल चाइल्ड एजुकेशन का विषय चुना तो पुलिस विभाग, होमगार्ड और डॉक्टर सभी को अपने काम के अतिरिक्त कुछ समय इस पर भी काम करना होता था। जब पूरी शक्ति लगती थी तो बहुत बड़ी सफलता मिलती थी। मेरा एक अनुभव रहा है, मेरा एक संगठन का व्यक्ति था, उसके कारण मुझे राज्य की ग्रास रूट लेवल की जानकारी जल्दी मिलती थी और जब मैं उन बातों को अफसरों के सामने रखता था तो अफसरों को आश्यर्च होता था। इससे वह हमेशा अर्लट रहते थे। आपको भी अपने जिले की हर जानकारी लगातार मिलती रहेगी तो वह आपकी परफॉर्मेंस को बढ़ा सकती है। साल भर में हमें 4-5 अवसर ऐसे निकालने चाहिए, जिसमें सरकार के नेतृत्व में, पंचायत के नेतृत्व में पूरे जिले का जन सामान्य उससे जुड़ जाए। पहले 70 हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिलता था, आज वह 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। हम 30 हजार से ज्यादा नए जिला पंचायत भवन बना चुके हैं।