भोपाल। मंदसौर में गोलीकांड के दौरान 5 पाटीदार किसानों की मौत हुई थी। जिसके बाद से माना जा रहा है कि आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश का राज्यपाल बनाकर बीजेपी ने पाटीदारों को मनाने की कवायद शुरू की थी। मंदसौर गोलीकांड को एक साल होने वाला है। इस बीच रविवार को उज्जैन में मप्र पाटीदार समाज महिला संगठन के प्रान्तीय महाधिवेशन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हिस्सा लिया। पाटीदार महिलाओं के कार्यक्रम में राज्यपाल के शामिल होने के बाद एक बार फिर इस तरह की चर्चाओं को बल मिलने लगा है कि भाजपा आनंदीबेन के जरिये नाराज पाटीदारों को अपने पक्ष में लाने की कोशिशों में लगी है।
Happy Ben to be the Governor of MP, to commemorate Patidars
पाटीदारों की नाराजगी का कांग्रेस को फायदा दिला रहे हैं हार्दिक पटेल
बता दें कि 6 जून 2017 में हुए मंदसौर गोलीकांड में 7 किसानों की मौत हुई थी, जिसमें से 5 पाटीदार किसान थे। बीजेपी का वोट बैंक माने जाने वाले पाटीदार गोलीकांड के चलते बीजेपी से खासे नाराज हैं। दूसरी तरफ गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल इस नाराजगी को कांग्रेस के पक्ष में भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जिससे भाजपा के लिए मुश्किल खड़ी हो रही है।
भाजपा के पक्ष में काम करती नजर आई राज्यपाल
ऐसे में महामहिम की इन कार्यक्रमों में मौजूदगी को पाटीदारों को मनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पर आरोप लग चुके हैं कि वे कई कार्यक्रमों में संवैधानिक मयार्दायों को ताक पर रखकर भाजपा के पक्ष में काम करती नजर आयी है। पिछले दिनों सतना हवाई पट्टी पर भाजपा नेताओं को वोट लेने के गुर बताते हुए महामहिम का वीडियो भी वायरल हुआ था।
अब उनके पाटीदार सम्मेलन में शामिल होने से एक बार फिर सियासी चचार्यें गरमाने लगी हैं। लांकि इस कार्यक्रम में आनंदीबेन पटेल ने समाज की महिलाओं को स्वास्थ्य एवं शिक्षा के बारे में जागरूक किया। यहां उन्होंने सार्वजनिक मंच से किसी भी तरह की राजनीतिक बयानबाजी नहीं की। लेकिन, जानकार मानते हैं कि इस तरह के कार्यक्रम में इतने बड़े कद के नेता के शामिल होने से ही जनता पर खासा फर्क पड़ता है।
बाल विवाह जैसी कुरीति से बचने की दी सलाह
यहां उन्होंने पाटीदार समाज की महिलाओं को जहां स्वास्थ्य का ख्याल रखने और बेटियों को कुपोषण से दूर रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सरकार की ‘बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ’ योजना का जिक्र करते हुए बेटा-बेटी से एक समान व्यवहार रखने की भी सलाह दी। उन्होंने समाज में घूंघट प्रथा बंद करने और बाल विवाह जैसी कुरीति से बचने की भी सलाह दी।