लखनऊ
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 95वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ‘सदैव अटल’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत कई नेताओं ने समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। मोदी आज लखनऊ में वाजपेयी की 25 फीट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। यह प्रतिमा अटल की सबसे ऊंची प्रतिमा है। वहीं, नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए लखनऊ में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
मोदी यहां अटलजी के नाम पर मेडिकल यूनिवर्सिटी की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री करीब एक घंटे लखनऊ में रहेंगे। वे अमौसी एयरपोर्ट से सीधे लोकभवन पहुंचेंगे, जहां प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम है। इसमें प्रधानमंत्री अटलजी के साथ के संस्मरणों को भी साझा करेंगे। अटलजी का निधन 16 अगस्त 2018 को हुआ था।
जयपुर में तैयार की गई अटल प्रतिमा
अटल बिहारी वाजपेयी की अष्टधातु की यह प्रतिमा 4000 किलो वजनी है। इसकी लागत 89 लाख रुपए है। उप्र के संस्कृति विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वाईपी सिंह ने बताया कि प्रतिमा में 90% से ज्यादा तांबे का प्रयोग किया गया है। राजस्थान के जयपुर में प्रतिमा को तैयार किया गया है।
अटल को समर्पित 3 दिवसीय समारोह का होगा समापन
संस्कृति विभाग ने अटलजी की जयंती पर लोकभवन में 3 दिवसीय समारोह का आयोजन किया था। इसमें पहले दिन 23 दिसंबर को वाजपेयी की 51 कविताओं का पाठ किया गया। दूसरे दिन 24 दिसंबर को राष्ट्र धर्म, राष्ट्रवाद अटल बिहारी वाजपेयी विषय पर संगोष्ठी हुई। बुधवार को राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
लखनऊ में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेश में लखनऊ समेत 22 जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। प्रधानमंत्री के दौरे पर भी प्रदर्शन हो सकते हैं। इसके मद्देनजर सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। एयरपोर्ट से लोकभवन तक अद्धसैनिक बल, पीएसी की अतिरिक्त कंपनियां तैनात रहेंगी।