अटलजी के नाम पर होगा भाजपा का दृष्टि पत्र, अगले चुनावों में होगी पूछपरख

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भोपाल। भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा एवं साल के अंत में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनावों का दृष्टि पत्र पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों से जोड़कर तैयार करेगी। इस बार भाजपा दृष्टि पत्र को अटल दृष्टि पत्र नाम देने जा रही है। संभवत: अगले महीने होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में इस पर अधिकृत तौर पर मुहर भी लग जाएगी।
Atalji’s name will be BJP’s Vision Letter;
हालांकि विधानसभा चुनाव वाले राज्य छत्तीसगढ़, मप्र एवं राजस्थान में जल्द ही अटल दृष्टि पत्र का खाका तैयार होगा। फिलहाल इन राज्यों में पार्टी की दृष्टि पत्र समिति की टीमें प्रदेश भर में लोगों से सुझाव ले रही हैं। अगले चुनावों में अटल बिहारी वाजपेयी छाए रहेंगे। इसके लिए भाजपा अटलजी से जुड़ी स्मृतियां जुटा रही हैं।

मप्र भाजपा सितंबर के आखिरी तक चुनावी घोषणा पत्र का खाका तैयार कर लेगी। अभी तक भाजपा इसे दृष्टि पत्र के नाम से घोषित करती आई है। लेकिन इस बार अटल दृष्टि पत्र के नाम से जारी होगा। संभवत: 25 सितंबर को मप्र भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपना ‘अटल दृष्टि पत्रझ् जारी कर सकती है।

अटल के नाम पर होंगी योजनाएं
भाजपा का दृष्टि पत्र सामान्य रहेगा। लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा प्रधानमंत्री रहते श्ुारू की गई विकास योजनाओं के क्रियान्वयन का भी दृष्टि पत्र में शामिल होगा। शिक्षा, सामाजिक कल्याण, स्वास्थ्य, सड़क, सिंचाई, कृषि, विज्ञान, गांव-शहर के विकास की घोषणाएं अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों से जोड़कर की जाएंगी।

चुनाव में होगा अटल का गुणगान
भाजपा ने 2013 के विधानसभा एवं 2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को पूरी तरह से भुला दिया था। इन चुनावों में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान अटलजी का नाम तक नहीं लिया, लेकिन आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में अटलजी छाए रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से लेकर मप्र भाजपा के सभी नेता एवं राज्यों के मुख्यमंत्री एवं पदाधिकारी अटलजी को केंद्र में रखकर अपनी चुनावी सभाएं करेंगे।

संजोई जा रही हैं अटलजी की स्मृतियां
भाजपा देश एवं प्रदेशों में अटलजी से जुड़ी स्मृतियां को संजोने में जुट गई है। प्रधानमंत्री रहते अटलबिहारी वाजपेयी ने किसी प्रदेश के लिए कौनसा विशेष का किया। किस राज्य के किस गांव में वे ठहरे, किसी व्यक्ति से वे विशेष तौर पर मिले। जनसंघ एवं भाजपा के पदाधिकारी रहते चुनाव प्रचार के दौरान वे भारत के किन गांवों में दौरे पर निकले, किस गांव में किसके घर ठहरे ऐसी स्मृतियों को भाजपा संजोने का काम करेगी। इसके बाद भाजपा एक कार्यक्रम तय करेगी, जिसके तहत भाजपा के दिग्गज नेता अटल स्मृतियों तक पहुंचेंगे।