आर्कविशप फरारो का सरकार पर अटैक: कहा देश में एक ही संस्कृति हो रही हावी

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पणजी। दिल्ली के आर्कबिशप की ओर से हाल ही में एक पत्र जारी किए जाने को लेकर विवाद हुआ था, अब गोवा और दमन के आर्कबिशप के बयान पर राजनीति तेज हो सकती है। गोवा के आर्कबिशप फिलिप नेरी फरारो ने कैथोलिक ईसाइयों को सलाह देते हुए कहा है कि उन्हें राजनीति में ‘ऐक्टिव रोल’ अदा करना चाहिए। यही नहीं फरारो ने एक तरह से इशारों में मौजूदा सरकार पर अटैक करते हुए कहा कि भारतीय संविधान खतरे में है और देश पर ही एक ही संस्कृति को हावी करने का प्रयास किया जा रहा है।
Attack on the Government of the Archbishop Fareo: said the same culture in the country is dominating
हालांकि इस बयान के सामने आने के बाद गोवा के आर्कबिशप के सेक्रटरी ने सफाई दी है। सेक्रटरी ने कहा, ‘हम इस तरह का लेटर हर साल जारी करते हैं। लेकिन, इस साल 1-2 बयानों को परिप्रेक्ष्य से अलग देखते हुए मुद्दा बना दिया गया। यह पत्र हमारी वेबसाइट पर है और आप लोगों को पूरा मसला समझने के लिए इसे पढ़ना चाहिए।’ गौरतलब है कि 2014 के आम चुनाव से पहले गुजरात के आर्कबिशप ने भी बीजेपी को चुनाव में हराने को लेकर अपील जारी की थी।

रविवार को जारी अपने 2018-19 के लिए सालाना संदेश में फरारो ने लिखा, ‘यह कहना जरूरी हो गया है कि आस्थावान लोग सक्रिय राजनीति में हिस्सा लें। हालांकि उन्हें अपनी अंतरात्मा की आवाज के अनुसार ही काम करना चाहिए और चापलूसी की राजनीति को खत्म करना चाहिए। उन्हें लोकतंत्र को मजबूत करना चाहिए और दूसरी तरफ राज्य के प्रशासन को बेहतर करना चाहिए। सामाजिक न्याय के आदर्शों और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग को प्राथमिकता में रखना चाहिए।’

यही नहीं बयान में विकास परियोजनाओं को लेकर लोगों के विस्थापित होने को लेकर पत्र में कहा गया, ‘विकास के नाम पर लोगों को उनकी जमीन और घरों से उजाड़ा जा रहा है।’ आर्कबिशप ने कहा कि मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है। हाल के दिनों में एक नया ट्रेंड देखा गया है कि देश में एकरूपता थोपने का प्रयास किया जा रहा है। यहां तक कि लोगों के खाने, पहनने, रहने और पूजा करने के तरीकों पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।