ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड मैच आज, मेजबान टीम की नजर 27 साल बाद फाइनल में पहुंचने पर

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खेल डेस्क

वर्ल्ड कप का दूसरा सेमीफाइनल गुरुवार को बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम 8वीं बार सेमीफाइनल में खेलेगी। वह इससे पहले हर बार सेमीफाइनल मैच जीती है। दूसरी ओर इंग्लैंड की टीम छठी बार अंतिम-4 में पहुंची है। वह पिछले 5 सेमीफाइनल में 3 जीती और 2 हारी। इंग्लैंड की टीम पिछली बार 1992 में फाइनल में पहुंची थी, लेकिन पाकिस्तान ने उसे हरा दिया था। आज सेमीफाइनल जीतने वाली टीम 14 जुलाई को फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगी।

दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में दूसरी बार आमने-सामने होंगी। पिछली बार ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को ग्रुप मैच में 64 रन से हरा दिया था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें 44 साल बाद सेमीफाइनल में आमने-सामने होंगी। पिछली बार कंगारूओं ने 1975 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लिश टीम को 4 विकेट से शिकस्त दी थी।

ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप में 1992 से इंग्लैंड के खिलाफ नहीं हारा
ऑस्ट्रेलियाई टीम वर्ल्ड कप में 1992 के बाद से इंग्लैंड के खिलाफ नहीं हारी। 5 मार्च 1992 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड की टीम 8 विकेट से जीती थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उसे वर्ल्ड कप में 4 बार हराया। वह इस जीत के क्रम को जारी रखना चाहेगी। वहीं, इंग्लैंड की टीम हार के इस क्रम को तोड़ना चाहेगी।

मौसम और पिच रिपोर्ट : बर्मिंघम में मैच के दौरान बारिश होने की संभावना है। यहां दिनभर आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। तापमान 19 से 23 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। यहां पर पिच से बल्लेबाजों को मदद मिलती है। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी।

ऑस्ट्रेलिया की ताकत
डेविड वॉर्नर : यह ऑस्ट्रेलियाई ओपनर इस बार वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर है। वॉर्नर ने 9 पारियों में 81 की औसत से 638 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 98.33 का रहा। उन्होंने तीन शतक और तीन अर्धशतक लगाए। वॉर्नर ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में 53 रन की पारी खेली थी।

मिशेल स्टार्क : ऑस्ट्रेलिया का यह तेज गेंदबाज पिछली बार वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। स्टार्क ने उसी तरह के प्रदर्शन को दोहराते हुए 9 मैच में 26 विकेट ले लिए हैं। उन्होंने दो बार मैच में चार और दो बार पांच विकेट लिए। इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में भी स्टार्क ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। तब उन्होंने 4 विकेट लिए थे। वे उसी तरह का प्रदर्शन इस मैच में दोहराना चाहेंगे।

ऑस्ट्रेलिया की कमजोरी
ग्लेन मैक्सवेल : ऑस्ट्रेलिया का यह ऑलराउंडर इस वर्ल्ड कप में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सका है। मैक्सवेल ने 9 पारियों में 22.14 की औसत से सिर्फ 155 रन बनाए हैं। हालांकि, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 163.16 का रहा है, लेकिन वे बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। गेंदबाजी में भी मैक्सवेल नाकाम रहे। उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली।

इंग्लैंड की मजबूती
जेसन रॉय : तीन मैच में चोट के कारण बाहर बैठने के बाद जेसन रॉय ने भारत के खिलाफ वापसी की थी। उन्होंने 66 रन बनाए थे। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ 60 रन बनाए। जेसन ने 5 पारियों में 68.20 की औसत से 341 रन बनाए। इंग्लैंड को 27 साल बाद फाइनल में पहुंचने के लिए जेसन से अच्छे शुरुआत की जरुरत होगी।

जोफ्रा आर्चर : वनडे में सिर्फ 12 मैच का अनुभव रखने वाले आर्चर इस वर्ल्ड कप में 17 विकेट ले चुके हैं। हालांकि, वे इस वर्ल्ड कप में एक बार भी मैच में 4 या 5 विकेट नहीं ले सके हैं, लेकिन सभी मुकाबलों में टीम को जरूरत के समय विकेट निकाल कर दिया। आर्चर सेमीफाइनल में भी अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे।

इंग्लैंड की कमजोरी
स्पिनर्स : टीम दो नियमित स्पिनर्स के साथ खेल रही है। आदिल रशीद ने 9 मैच में 8 विकेट लिए। वहीं, मोइन अली को 5 मैच में सिर्फ 5 सफलता मिली। न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मुकाबले में मोइन को टीम से बाहर कर दिया गया था। इस मैच में भी ऐसा लग रहा है कि उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ेगा। दूसरी ओर आदिल न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ 1 विकेट निकालने में कामयाब रहे थे। उन्होंने 5 ओवर में 30 रन दे दिए थे।

दोनों टीमें
ऑस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ, पीटर हैंड्सकॉम्ब, मार्क्स स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, एलेक्स केरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जेसन बेहरेनडॉर्फ, नाथन लियोन, केन रिचर्डसन, नाथन कूल्टर नाइल, मैथ्यू वेड, एडम जम्पा।

इंग्लैंड : इयॉन मॉर्गन (कप्तान), जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, जो रूट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर (विकेटकीपर), मोइन अली, क्रिस वोक्स, लियम प्लंकेट, जोफ्रा आर्चर, आदिल रशीद, टॉम करन, मार्क वुड, जेम्स विंस, लियम डॉसन।