भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर कांग्रेस में अंदरूनी विवाद देखने को मिला, वहीं बीजेपी भी अब इसी तरह की परिस्थिति से गुजर रही है। खबर है कि राज्य में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर नाराज चल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि भोपाल की गोविंदपुरा सीट से टिकट न मिलने की सूरत में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने और पार्टी छोड़ने की धमकी दी है।
Babulal Gaur has shown the tension on the condition of getting ticket, the threat to leave an election and leave the party
बहू के लिए भी टिकट चाहते हैं गौर
इस बीच बाबूलाल गौर अभी खुलकर मीडिया के सामने नहीं आए हैं। उनकी बहू कृष्णा गौर का कहना है, ‘गौर साहब नाराज हैं और मौन व्रत पर चल रहे हैं। मुझे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भरोसा है। इसलिए अटकलें लगाने की बजाय 4 बजे तक इंतजार कर रहे हैं।’
बता दें कि बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर मेयर रह चुकी हैं। गौर अब उनके लिए भी टिकट मांग रहे हैं। कृष्णा ने साफ कहा कि हम पार्टी से बाहर नहीं जा रहे हैं। जबकि गौर ने कहा है कि वह चुनाव लड़ेंगे और गोविंदपुरा सीट से ही चुनाव मैदान में उतरेंगे।
10 बार से विधायक हैं बाबूलाल गौर
हालांकि पार्टी सूत्रों के मुताबिक यह बगावत नहीं है। इससे पहले गौर को बीजेपी के 70 पार की उम्र वाले नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी न देने के फॉम्युर्ले के चलते शिवराज ने अपने मंत्रिमंडल से निकाल दिया था। इसके बावजूद पार्टी में गौर की अहमियत अभी कम नहीं हुई है। 25 सितंबर को खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने गौर से कहा था, ‘बाबूलाल गौर एक बार और।’ गौर राज्य की सियासत में कद्दावर नेता रहे हैं। उमा भारती के बाद उन्हीं को राज्य में सीएम की कुर्सी सौंपी गई थी। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक गौर राज्य के सीएम रहे। इसके साथ ही वह अब तक 10 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं।
मध्य प्रदेश में बीजेपी अपने 176 उम्मीवारों की पहली लिस्ट जारी कर चुकी है। इस लिस्ट में अभी गौर का नाम नहीं है। राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 28 नवंबर को मतदान होंगे। वहीं, वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर बुधनी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।