अंतिम यात्रा पर निकले भारत रत्न अटलजी, शाम 4 बजे होगा अंतिम संस्कार

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नई दिल्ली. भारत रत्न और तीन बार प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी (93) की अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान समेत वरिष्ठ भाजपा नेता अंतिम यात्रा में साथ-साथ चल रहे हैं। शाम 4 बजे स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया जागा।
Bharat Ratna Atalji, on the last journey, will be funeral at 4 pm
इससे पहले अंतिम दर्शनों के लिए उनकी पार्थिव देह को सुबह 9 बजे भाजपा मुख्यालय लाया गया था। यहां सभी दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। अटलजी ने गुरुवार शाम 5.05 बजे एम्स में अंतिम सांस ली थी। वे नौ साल से बीमार थे और 67 दिन से एम्स में भर्ती थे।
पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अटलजी को पुष्पांजलि दी।

श्रद्धांजलि देने के लिए अन्य दलों के नेता भी पार्टी मुख्यालय आए। इनमें शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप सांसद संजय सिंह, द्रमुक नेता ए राजा, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह शामिल थे। आडवाणी पूरे वक्त भावुक नजर आए।

अंतिम संस्कार 4 बजे : अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से आईटीओ और वहां से राजघाट के पीछे स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर पहुंचेगी। भाजपा मुख्यालय से यहां तक की दूरी लगभग पांच किलोमीटर है। 4 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा। यमुना किनारे राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर डेढ़ एकड़ जमीन पर अटल बिहारी वाजपेयी का स्मृति स्थल बनाया जाएगा। यूपीए सरकार ने नदी के किनारे स्मारक बनाने पर रोक लगा दी थी, लेकिन मोदी सरकार ने इस फैसले को पलटते हुए वहां स्मृति स्थल बनाने का फैसला लिया है। इस संबंध में मोदी सरकार जल्द अध्यादेश ला सकती है।

राहुल गांधी और मोहन भागवत ने आवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी : इससे पहले, अटलजी के पार्थिव शरीर को गुरुवार शाम एम्स से लाकर अंतिम दर्शन के लिए कृष्ण मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया था। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी आवास पर पहुंचकर अटलजी को शुक्रवार सुबह श्रद्धांजलि दी। वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, मोदी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई नेताओं ने गुरुवार देर रात श्रद्धांजलि दी। शुक्रवार को भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामगेयाल वांगचुक ने अटलजी को श्रद्धांजलि दी।

12 राज्यों में शासकीय अवकाश: अटलजी के निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई। शुक्रवार को देश के 12 राज्यों ने राजकीय शोक और अवकाश की घोषणा की। इनमें दिल्ली, उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, ओडिशा, पंजाब, बिहार, झारखंड, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्य शामिल हैं। इन राज्यों में सरकारी कार्यालय, स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश रखा गया है। सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में भी शुक्रवार को एक बजे तक काम होगा। दिल्ली में व्यापारियों ने भी सभी बाजार बंद रखने का फैसला किया है।

अमेरिका, चीन, पाकिस्तान, ब्रिटेन और बांग्लादेश ने दुख जताया: पाकिस्तान तहरीक-इंसाफ के नेता और प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी राजनीति के एक बड़े व्यक्तित्व थे। भारत-पाक संबंधों में सुधार के लिए उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा। चीन के राजदूत लुयो झाओहुई ने ट्वीट किया- “अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से गहरा दुख पहुंचा है।” भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने शासनकाल में अमेरिका के साथ मजबूत रिश्तों पर जोर दिया।” ब्रिटेन और जापान के राजदूत ने कहा कि वे वैश्विक नेताओं में से एक थे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों में भी अटल बिहारी वाजपेयी काफी लोकप्रिय थे।