तामिया (छिंदवाड़ा), TIO
बचपन से माउंट एवरेस्ट पर जाने का सपना आखिर तामिया की बेटी भावना ने पूरा कर लिया. बीते 3 अप्रैल से भावना माउंट एवरेस्ट के महत्वाकांक्षी अभियान पर थी. आखिरकार इस आदिवासी अंचल की बेटी भावना डेहरिया ने आज दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर पहुंचकर तिरंगा फहरा कर न सिर्फ अपने ही सपने को पूरा कर लिया है बल्कि प्रदेश सहित इस आदिवासी अंचल को ही गौरवान्वित किया है। तामिया ब्लाक कालोनी निवासी शिक्षक मुन्नालाल डेहरिया और श्रीमति उमादेवी डेहरिया की सुपुत्री भावना की इस सफलता पर हर कोई फुले नही समा रहा है। भावना ने 20 मई को आक्सीजन सिलेंडर के साथ एवरेस्ट कैम्प 3 (7400 मीटर) शुरु कर 21 मई को कैम्प 4 पहुंची थी। वहा से रात्री मे अपने अभियान को पूरा करते हुये भावना ने 22 मई की सुबह दुनिया की सबसे उंचे शिखर माउंट एवरेस्ट 8848 मीटर पर पहुंचकर एवरेस्ट पर विजय प्राप्त कर ली। भावना कि इस उपलब्द्धि पर पूरे जिले मे हर्ष व्याप्त है |
भावना के शिक्षक पिता मुन्नालाल डेहरिया ने भावुक होते हुए बताया कि भावना ने देश प्रदेश का नाम रोशन कर साबित कर दिया कि बेटिया किसी से कम नही है। श्री डेहरिया ने बताया कि बचपन से ही साहसिक खेलो मे रुचि रखने वाली भावना में दुनिया की सबसे बड़ी चोटी एवरेस्ट पर विजय पाने की ललक थी। अपने परिवार में एक भाई और चार बहनो मे तीसरे नंबर की भावना ने इस सफलता से बेटियो का मान बढा कर बढ़ा प्रतिमान स्थापित किया है। छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी बहुल विकासखंड तामिया की बेटी भावना डेहरिया माउंट एवरेस्ट पर चढाई करने वाली पहली कम उम्र की महिला पर्वतारोही बन गयी है।
छिंदवाड़ा जिले के तामिया निवासी भावना डेहरिया ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मी.) फ़तेह की है। महज 27 साल की उम्र में भावना ने 22 मई 2019 की सुबह दुनिया के सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचकर भारत का तिरंगा लहराते हुए मध्यप्रदेश के छिंदवाडा का छोटा से गाव तामिया ही नहीं बल्कि देश का मान बढ़ाया है। इसके साथ दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मी.) फतेह करने वाली भावना मध्य प्रदेश की पहली व सबसे कम उम्र की महिलाओ में से एक बन गई है। भावना वर्तमान मे भोपाल के वीएनएस कालेज की छात्रसंघ अध्यक्ष होने के साथ फिजिकल एजुकेशन में एमपीएड (पोस्ट ग्रेजुएशन) कर रही हैं। भावना के पिता मुन्नालाल डेहरिया शिक्षक है। और माता श्रीमति उमादेवी डेहरिया समाजसेवी हैं। जिले की बेटी की इस उपलब्धि पर हर वर्ग प्रफुल्लित है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दी आर्थिक सहायता
बीते दिनो इस अभियान के दौरान सीएम कमलनाथ ने 27.50 लाख की आर्थिक सहायता देने के बाद अभियान के दौरान बधाई देकर उज्जवल भविष्य की कामना की थी. आर्थिक संकट से जूझ रही सुश्री भावना के लिए स्थानीय विधायक श्री सुनील उईके ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से जल्द से जल्द माउंट एवरेस्ट को फतेह करने हेतु आर्थिक मदद के लिए अनुशंसा की थी. भावना बीते दो साल मे हिमालय के डीकेडी तथा मनिरंग अभियान मे भी सफलता के झंडे गाड चुकी है.
दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला पर्वतारोही का रिकॉर्ड अपने नाम करने वाली भावना डेहरिया के इस अद्भुत और साहसिक कार्य पर क्षेत्रीय विधायक सुनील उईके ने बधाई देते हुए उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना भी की है।