TIO भोपाल
भोपाल की बेटियां न केवल अपने देश में नाम कमा रही है, बल्कि विदेश में भी खूब नाम कमा रही है। ऐसी ही एक भोपाल की बेटी विशाली बाबा जिन्होंने पहले मुंबई में एग्जीबिशन लगाई जिसमें कई फिल्मी सितारों ने खूब सराहा। अब भोपाल के स्वराज भवन आर्ट गैलरी में विशाली बाबा की आर्ट एग्जीबिशन आयोजित की है। इस दौरान चित्रकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन दिखाते हुए एक से बढ़कर एक पेटिंग बनाई। आर्ट एग्जीबिशन में डिजीटल प्रिंटर्स ऐसी थी कि लोग उसे देखकर हैरतअंगेज रह गए। ये अपने आप में एक कमाल है कि हाथ से किए हुए काम को कंप्यूटर से कलर भरकर बहुत ही आकर्षक तरीके से बनाना एक बहुत बड़ी कला है, जिसको फोकस किया है। इस दौरान मुख्य अतिथ पद्यश्री उमाकांत गुंदेचा भी उपस्थित थे। लाइन ड्राइंग्स और इंडियन मोटिफ्स से इंस्पायर्ड यहां डिस्पले 24 कैनवास क्या-कुछ बयां करते हैं, इसकी जानकारी विशाली बाबा ने विस्तारपूर्वक दी और साथ ही साथ उनको बनाने के पीछे की वजह भी बताई है।
काफी मेहनत के बाद बनाई पेंटिग्स : यह पेंटिंग मैंने दो साल में तैयार की है। इनमें कोविड टाइम का इम्पैक्ट भी नजर आता है, क्योंकि बेशक इस टाइम ने हमें अपने इमोशंस को लेकर थोड़ा केयरिंग बनाया है। मैंने बचपन में पिथोरा, मधुबनी और वर्ली आर्ट जैसे ढेरों फोक आर्ट सीखे हैं, यहीं वजह है कि पेंटिंग्स में इनको रिफलेक्शन भी नजर आता है।

इमोशन का किया खूब इस्तेमाल: विशाली बताती है-न्यूयॉर्क में मैं फिलहाल एक हेल्थ बेस्ड कंपनी के साथ काम कर रही हूं। यहीं वजह है कि मैं इमोशनल वेलबॉग को काफी उभारकर सामने लगाई है। यह खूबी विदेश में रहकर ज्यादा महसूस होती है। यहीं कारण है पेंटिंग्स में इमोश्ंस का असर दिखता है।