पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि राजनीति में मेरा कोई उत्तराधिकारी नहीं है, क्योंकि हमारा दल पारिवारिक पार्टी नहीं है। यह जनता पर छोड़िए कि आपके बाद वह किसे मौका देगी। एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोग जब तक चाहेंगे मैं लोगों की सेवा करता रहूंगा। इसके अलावा मन में कुछ और नहीं है। कहां जाएंगे हम? यहीं से हम विदा होना चाहेंगे।
Bihar’s CM Nitish said, ‘I have no heir, our party is not a family party.
एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में नीतीश कुमार विभिन्न सवालों के जवाब दे रहे थे। एक समय नरेंद्र मोदी के लिए काम करने वाले प्रशांत किशोर ने पिछले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के लिए काम किया था। कुछ दिन पहले किशोर को नीतीश ने जदयू में शामिल करा लिया।
उनसे यह पूछा गया कि प्रशांत किशोर के मसले पर कोई विवाद तो नहीं भाजपा के साथ? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें दो बार यह कहा कि वह प्रशांत किशोर को अपनी पार्टी में शामिल कर लें। हमने उन्हें नई पीढ़ी को राजनीति के प्रति प्रेरित करने की जिम्मेदारी दे रखी है।
महागठबंधन के दोनों दलों में आत्मविश्वास की कमी
बिहार में महागठबंधन के संबंध में पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘महागठबंधन अब है कहां’ वह तो सामान्य गठबंधन है। उसमें शामिल दो पार्टी में आत्मविश्वास की कमी है। संतुष्ट नहीं हैं। हमारे ऊपर जब-जब लोग निगेटिव बात बोलते रहें हैं तब-तब हमारा रिजल्ट पॉजेटिव आया है। बिहार में रामविलास मेजर फैक्टर हैं। वह राजग के साथ हैं। पिछले चुनाव से स्थिति और भी बेहतर होगी।
सवर्ण समाज में बढ़ी है गरीबी, क्यों नहीं मिले आरक्षण
सवर्ण आरक्षण पर हुए संविधान संशोधन के बारे में जब मुख्यमंत्री से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव आता है। सवर्ण समाज में भी गरीबी बढ़ी है, तो उन्हें आरक्षण का लाभ क्यों नहीं मिलना चाहिए?