बीजेपी-कांग्रेस ने पीएचडी से लेकर 8वीं पास तक को बनाया उम्मीदवार

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ग्वालियर। चुनावी रण में सभी दलों के महारथी मोर्चा संभाल लिये हैं और वोटरों को लुभाने का हर जतन कर रहे हैं. ऐसे में वोटर भी प्रत्याशियों पर गुणा-भाग कर रहे हैं कि कौन सा प्रत्याशी ठीक है और क्यों? ग्वालियर की छह सीटों पर हायर एजुकेटेड से लेकर 8वीं पास तक शामिल हैं.
BJP-Congress candidate from PhD to 8th pass
दरअसल, बेहतर रोजगार के लिए भले ही उच्च शिक्षा जरुरी है, लेकिन सियासत में शिक्षा से ज्यादा राजनीतिक क्षमता मायने रखती है, ग्वालियर जिले में बीजेपी के प्रत्याशियों की शिक्षा पर गौर करें तो ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार सबसे ज्यादा पढ़े लिखे उम्मीदवार हैं. सतीश ने पीएचडी के साथ ही एल.एल.एम. किया है, जबकि डबरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशी कप्तान सिंह सेसाहरी महज 8वीं पास हैं.

बीजेपी प्रत्याशियों का शैक्षणिक लेखा-जोखा
सतीश सिकरवार, प्रत्याशी ग्वालियर पूर्व
शिक्षा- पीएचडी 2009, एलएलएम 2006
जयभान सिंह पवैया, उच्च शिक्षा मंत्री, प्रत्याशी ग्वालियर सीट
शिक्षा- डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग 1976
नारायण सिंह कुशवाहा, कैबिनेट मंत्री, प्रत्याशी ग्वालियर दक्षिण सीट
शिक्षा- हायर सेकेंड्री 1970
भारत सिंह कुशवाहा, वर्तमान विधायक, प्रत्याशी ग्वालियर ग्रामीण सीट
शिक्षा- हायर सेकेंड्री
अनूप मिश्रा, मुरैना सांसद, प्रत्याशी भितरवार सीट
शिक्षा- हायर सेकेंड्री 1970
कप्तान सिंह सेसाहरी, प्रत्याशी डबरा विधानसभा सीट
शिक्षा- 8 वीं पास 1984
वहीं, ग्वालियर जिले में कांग्रेस ने जिन प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, उनकी शिक्षा भी 10वीं से लेकर ग्रेजुएट तक है. कांग्रेस में मुन्ना लाल गोयल, प्रवीण पाठक और लाखन सिंह ग्रेजुएट हैं, जबकि मदन कुशवाहा महज हाई स्कूल तक पढ़े हैं. कांग्रेस प्रत्याशियों की शिक्षा का लेखा-जोखा.
मुन्ना लाल गोयल, कांग्रेस प्रत्याशी, ग्वालियर पूर्व सीट
शिक्षा- इ.उङ्मे 1980
प्रवीण पाठक, कांग्रेस प्रत्याशी, ग्वालियर दक्षिण सीट
शिक्षा- इ.अ. 2002
लाखन सिंह यादव, कांग्रेस प्रत्याशी (वर्तमान विधायक), भितरवार सीट
शिक्षा- कृषि स्नातक
प्रद्युम्न सिंह तोमर, कांग्रेस प्रत्याशी, ग्वालियर विधानसभा सीट
शिक्षा- हायर सेकेंड्री
इमरती देवी, कांग्रेस प्रत्याशी, (वर्तमान विधायक), डबरा सीट
शिक्षा- हायर सेकेंड्री 2009 ओपेन स्कूल
मदन कुशवाहा, कांग्रेस प्रत्याशी, ग्वालियर ग्रामीण सीट
शिक्षा- हाईस्कूल 2003 ओपेन स्कूल
सियासत में शिक्षा का महत्व तो है ही, लेकिन राजनीति में शिक्षा से अधिक तवज्जो अनुभव और क्षमता को मिलता है क्योंकि खादी की चमक के आगे हर चमक फीकी पड़ जाती है. एक बार कोई चुनाव जीतने के बाद जो टैग लगता है, वो शिक्षा के टैग पर भारी पड़ता है, पर उच्च शिक्षित वर्ग ज्यादा पढ़े-लिखे नेताओं को अधिक तवज्जो देता है.