भाजपा प्रवक्ता और नेताओं की हो रही रिकॉर्डिंग, आईटी की टीम बयानों पर रख रही नजर

0
152

भोपाल। यह खबर बेहद चौंकाने वाली है कि सत्तारूढ़ दल भाजपा अपने ही नेताओं की निगरानी करा रही है। कौन वक्ता, प्रवक्ता और नेता कब, कहां और क्या बोल रहा है, इसकी पूरा रिकार्ड तैयार हो रहा है। साथ ही टीवी चैनल पर डिबेट में जाने वाले और मीडिया को बाइट देने वाले एवं अखबारों को बयान देने वाले की रिकॉर्डिंग की जा रही है। यह सब गुप-चुप तरीके से किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस काम की जिम्मेदारी पार्टी के एक प्रवक्ता को ही सौंपी गई है।
BJP spokespersons and leaders getting recordings, keeping eye on team statements of IT
भाजपा नेताओं के बयानों की निगरानी का काम हाल ही में शुरू किया गया है। पार्टी हाईकमान के निर्देश पर बेहद गोपनीय तरीके से हो रहे इस काम के लिए प्रदेश कार्यालय में ही स्टाफ तैनात किया गया है। इस टीम के पास यह जानकारी रहती है कि किस चैनल पर कौनसा नेता डिबेट में भाग लेने जाएगा। साथ ही समाचार पत्रों में किस नेता का क्या बयान छपा है।

पार्टी के विरोध में बयान देने वाले नेताओं का बयान रिकॉर्ड करके हाईकमान को फारवर्ड किया जाता है। नेताओं के बयानों की निगरानी का काम देख रहे वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि यह सेटअप आगामी चुनाव की दृष्टि से तैयार किया गया है। बयान रिकॉर्ड करने आश्य सिर्फ इतना है कि यदि किसी नेता से कोई त्रुटि हुई हो उसमें सुधार किया जा सके। जिस पर मीडिया विभाग की नियमित होने वाली बैठक में चर्चा भी होती है।

प्रदेश भर के नेताओं की होती है निगरानी
प्रदेश कार्यालय में बैठी टीम भोपाल ही नहीं, प्रदेश भर के नेताओं के बयानों की रिकॉर्डिंग करती है। यदि कोई नेता पार्टी या सरकार को कठघरे में खड़ा कर देने वाला बयान देता है तो उससे उसी दिन पूछताछ होती है। बताया गया कि नेताओं के विवादित बयानों को अलग से रिकॉर्ड किया जा रहा है। पार्टी के विरोध में या विवादित बयान देने वाले नेताओं की क्लिप वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाई जाती है। इसके बाद उसे तलब किया जाता है।

टीवी चैनलों पर बहस में नेताओं के राजनीतिक नजरिए की मॉनीटरिंग मीडिया विभाग की जि मेदारी है। यह चुनाव के दौरान हमेशा होती रही है।
दीपक विजयवर्गीय, मुख्य प्रवक्ता, मप्र भााजपा