मप्र विधानसभा चुनाव में फिर शिवराज को चेहरा बनाएगी भाजपा

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भोपाल। चौथी बार सरकार बनाने की जद्दोजहद में जुटी भारतीय जनता पार्टी इस बार भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी के मुख्य कैंपेनर शिवराज ही रहेंगे। पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश में संगठन को सामने रखकर चुनाव लड़ा जाएगा।
BJP will again make Shivraj face in MP assembly elections
इसकी वजह भाजपा के एक अध्ययन को ही माना जा रहा है। पार्टी की एक अध्ययन रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिलाओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं। इससे सबक लेकर पार्टी की तैयारी है कि वह सीएम के ‘मामा” के रिश्ते को इस चुनाव में भुनाएगी। इस सर्वे को आधार मानकर पार्टी महिलाओं के ज्यादा से ज्यादा वोट पाने की रणनीति बना रही है।

विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपना सारा फोकस महिला वोट बैंक पर करेगी। पार्टी ने हाल में सरकार की लोकप्रियता को लेकर एक सर्वे करवाया, जिसमें पता चला है कि शिवराज सरकार की लोकप्रियता पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा है। वह भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं में।

सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर सर्वे करवाकर यह जानने की कोशिश की है कि आम जनता के बीच सरकार और खासतौर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि कैसी है। सर्वे की रिपोर्ट में महिलाओं के बीच सरकार ज्यादा लोकप्रिय होने की बात सामने आने से भाजपा खुश है। पार्टी नेताओं का मानना है कि आधी आबादी को प्रभावित करने वाले वोट बैंक के डगमगाने के आसार नहीं हैं, बाकी स्थितियों में भी सुधार हो रहा है।

सरल-सहज छवि बनी लोकप्रियता का कारण
भाजपा सरकार के महिलाओं के बीच ज्यादा लोकप्रिय होने की मुख्य वजह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरल-सहज छवि है। खासतौर से सीएम ने महिलाओं से भाई यानी उनके बच्चों के मामा का जो रिश्ता बनाया है, उसनें ग्रामीण महिलाओं में सीएम की छवि की अमिट छाप बनाई है। महिलाएं सीएम को आम जनता के बीच का आदमी मानती हैं।

कन्यादान, लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाएं भी
मुख्यमंत्री की छवि बनाने में राज्य सरकार की महिलाओं के लिए बनाई गई कल्याणकारी योजनाओं का भी अहम रोल है। महिलाओं के बीच कन्यादान, लाड़ली लक्ष्मी, जननी योजना, महिला मजदूरों को प्रसव पर आर्थिक सहायता, छात्राओं को मुफ्त साइकिल और स्कूल ड्रेस, छात्रवृत्ति, मेधावी छात्र योजना, बुजुर्ग महिलाओं को तीर्थदर्शन कराने की योजना बेहद लोकप्रिय है। इन योजनाओं के चलते सीएम की छवि को महिलाओं ने ‘मामा” के रूप में पहचान दी।

संवेदना के रिश्ते हैं: अग्रवाल
भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि हमारे मुख्य कैंपेनर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही हैं। पिछले 13 सालों में उन्होंने सामाजिक-राजनीतिक ही नहीं, पारिवारिक रिश्ते भी बनाए हैं। ये रिश्ते संवेदना और भरोसे के साथ बने हैं। वो भरोसा भाई-बहन, मामा-भांजे, भांजी का हो, अलग-अलग प्रकार से प्रकट भी होता है। सीएम के रिश्ते सिर्फ संबोधन के नहीं, बल्कि संवेदनाओं के रिश्ते हैं।